फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। दिवाली के अगले दिन होने वाली गोवर्धन पूजा सूर्यग्रहण की वजह से बुधवार को गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जाएगा। घरों की साफ सफाई कर गाय के गोबर से गोवर्धन की आकृति बनाकर पूजा-अर्चना की गई। मंदिरों में भी इस अवसर पर हवन-पूजन हुए और अन्नकूट के प्रसाद का वितरण किया गया। सीबीगंज के शिव नगर कॉलोनी में रहने वाले पंडित योगेश उपाध्यक्ष ने बताया कि तीन उत्सवों का संगम है-गोवर्धन पूजा, विश्वकर्मा पूजा और कृष्ण पूजा। इस दिन ही दस्तकार और कल कारखाने में काम करने वाले कारीगर भगवान विश्वकर्मा की पूजा भी करते है। इस मौके पर मंदिरों में अन्नकूट का प्रसाद बनाकर बांटा गया। शहर के मंदिरों में हवन पूजन हुआ और अन्नकूट का भंडारा लगाया गया। मान्यता है कि गोवर्धन पूजा के दिन भगवान श्री कृष्ण को 56 या 108 तरह के पकवानों का भोग लगाया जाता है। मान्यता है कि भगवान कृष्ण ने आज ही के दिन इन्द्र का मानमर्दन कर गिरिराज का पूजन किया था। तभी से गोवर्धन पूजा का त्योहार अनवरत रूप से चला आ रहा है। गाय के गोबर से मनुष्याकार रूप में गोवर्धन बनाया जाता है और पुष्पों और लताओं से सजाया जाता है। पूजा में धूप, दीप, नैवेद्य, जल, फल, फूल, खील बताशे और मिठाई का भोग लगाया जाता है। इस दिन इनकी पूजा करने से धन, धान्य, संतान और गोरस की वृद्धि होती है।।
बरेली से कपिल यादव