इटावा- आज नगला बर्र निवासी अखिलेश के पड़ोस में ब्लैक कोबरा सर्प भूसा के कमरे में एक अलमारी में बैठा हुआ था। जब घर की महिला भूसा लेने गई तो उस कोबरा की तेज फुसकार सुन कर बाहर भागी । उस समय कोबरा ने उस महिला ने हमला करने की कोशिश की थी। उस समय घर के सभी सदस्य दहशत में आ गए और वहां पर गृह स्वामी ने वन्य जीव विशेषज्ञ को बुलाया गया । तब उन्होंने कोबरा सर्प को बड़ी आसानी से अपने विशेष उपकरण की सहायता से जीवित ही पकड़ लिया । तब जाकर ग्रामीणों व घर की महिलाओं ने चैन की सांस ली ।
डॉ आशीष त्रिपाठी ने बताया कि
यह सर्प भारतीय स्पेक्टिकल कोबरा है। जो कि भारत मे पाये जाने वाले चार मुख्य विषैले सर्पो की श्रेणी का एक मुख्य सर्प है। जिसका विष न्यूरोटॉक्सिक होता है । जिसके काटने से 15 मिनट से लेकर 2 घण्टे के अंदर ही रोगी की मृत्यु हो जाती है । सम्पूर्ण भारतवर्ष मे सबसे ज्यादा मौत इसके काटने से ही होती है । उन्होंने बताया कि यह सर्प 1972 के वन्य जीव अधिनियम के तहत एक संरक्षित प्रजाति भी है । जिसका जन्तु वैज्ञानिक नाम *Naja naja* है । किसी भी जीव जंतु को मारना अपराध की श्रेणी में आता है वन्यजीवों को मारना नहीं चाहिए। यह एक खतरनाक विषधारी सर्प है । डॉ त्रिपाठी ने इस सर्प को सुरक्षित पकड़ कर उसके प्राकृतिक वास में छोड़ दिया ।