ग्राम पंचायत सचिव ने फर्जी अंगूठा लगाकर लगाई गलत आख्या

*सरकारी ऑफिस में बैठकर फर्जी अंगूठा लगाकर लगाई गलत आख्या

*पढ़े लिखे लोगों के भी लगा दिए अंगूठा
*₹10000 मांग करने और उसे पूरा न करने पर लगा दी गलत आख्या

सेवता/सीतापुर – विकास क्षेत्र रेउसा के ग्राम पंचायत कोंडवा धमधमपुर के रहने वाले अमरेंद्र पांडेय का नाम प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास सूची में क्रम संख्या ग्यारह पर दर्ज है जबकि अभी तक प्रार्थी को आवास का लाभ नहीं मिल पाया है जबकि इससे नीचे के क्रम संख्या वालों को आवास का लाभ दिया जा चुका है जब अमरेंद्र पांडेय ने ग्राम पंचायत सचिव मुकेश नाथ त्रिवेदी से अपने लिए आवास की मांग की तो ग्राम पंचायत सचिव ने लाभार्थी से रु 10000 की मांग की जिस को लाभार्थी अमरेंद्र पांडेय ने देने से इंकार कर दिया और आईजीआरएस के माध्यम से अपने लिए आवास की मांग की जिससे नाराज हुए ग्राम पंचायत सचिव मुकेश नाथ त्रिवेदी ने आईजीआरएस संदर्भ संख्या 40015418018186 जो आख्या प्रस्तुत की उसमें उन्होंने बताया की शिकायतकर्ता एवं लाभार्थी अपने पिता के साथ में पक्के मकान में संयुक्त रुप से रहता है इसलिए वह आवास हेतु पात्र नहीं है जब लाभार्थी अमरेंद्र पांडे ने आईजीआरएस के माध्यम से संदर्भ संख्या 40015418032082 अपनी पुनः शिकायत दर्ज करवाते हुए आवास की मांग की तो ग्राम पंचायत सचिव मुकेश नाथ त्रिवेदी ने दूसरी आख्या प्रस्तुत की उन्होंने आख्या में दिखाया कि शिकायतकर्ता का नाम प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण की स्थाई पात्रता सूची 2011 में ही नहीं है और शिकायतकर्ता का पक्का मकान बना है जब शिकायतकर्ता ने प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण की सूची की प्रतिलिपि लगाकर पुनः आईजीआरएस के माध्यम से मांग की तो उन्होंने फिर से एक बार गलत आख्या लगाकर प्रस्तुत कर दी ।
संदर्भ संख्या 40015418045935 में ग्राम पंचायत सचिव ने इस बार तो अपने पद की गरिमा को ध्यान में न रखते हुए उन लोगों का भी नाम आख्या में प्रस्तुत कर दिया जिनसे वह आज तक कभी मिले ही नहीं ।
उन्होंने संदर्भ संख्या 40015418045935 में जो आख्या प्रस्तुत की है उसमें उन्होंने दिखाया कि ग्राम के निवासी संत कुमार रामप्रसाद सुशील राम नारायण श्री राम गौरी शंकर आदि की उपस्थिति में जांच की गई और इन लोगों ने बताया है के लाभार्थी का नाम प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण की स्थाई पात्रता सूची में सम्मिलित नहीं है और शिकायतकर्ता का पक्का मकान बना है उन्होंने इन ग्रामीणों के दस्तखत और अंगूठे लगा कर के शिकायत का निस्तारण कर दिया है । जबकि हकीकत इससे कोसों दूर है ग्राम पंचायत सचिव मुकेश नाथ त्रिवेदी इन लोगों से कभी मिले ही नहीं और सरकारी ऑफिस में बैठकर फर्जी अंगूठा लगाकर गलत आख्या प्रस्तुत कर दी ।
मजे की बात तो यह है कि ग्राम पंचायत सचिव के द्वारा संत कुमार और रामपाल के नाम का अंगूठा लगाया दिखाया गया है जबकि संत कुमार और रामपाल पढ़े लिखे लोग हैं हैरत की बात तो यह है कि ग्राम पंचायत सचिव ने सुशील एवं इंदल के अंगूठे लगाए दिखाए हैं जबकि यह व्यक्ति पिछले तीन चार महीनों से गांव में ही नहीं रह रहे हैं बाकी रामप्रसाद श्री राम गौरी शंकर एवं रामशरण ने कबूल किया है कि ग्राम पंचायत सचिव ने मेरे नाम का फर्जी अंगूठा लगाया है।
जब इस विषय पर ग्राम पंचायत प्रधान राजेश कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अमरेंद्र का नाम प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में क्रम संख्या 11 पर दर्ज है सर्वे में जो मकान दिखाया गया है वह इनके भाइयों का है उस मकान से लाभार्थी का कोई भी लेना देना नहीं है। जहां पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ हर उस गरीब व्यक्ति को प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत आवास का लाभ मुहैया करा रहे हैं जिसके पास छत नहीं है परंतु ग्राम पंचायत सचिवों की मनमानी के कारण ऐसे कई अमरेंद्र इन अधिकारियों की मनमानी के शिकार हो रहे हैं और आवास जैसे लाभ से वंचित हो रहे हैं।
अब जबकि ग्राम प्रधान राजेश कुमार का कहना है कि लाभार्थी अमरेन्द्र का नाम प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में क्रम संख्या11 पर दर्ज है जबकि ग्राम पंचायत सचिव मुकेश नाथ त्रिवेदी ने जो आख्या लगाई है उसमें उन्होंने लाभार्थी अमरेन्द्र का नाम प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण की स्थायी पात्रता सूची में नाम दर्ज होना नही लगाकर प्रस्तुत की है।अब ग्राम सभा प्रधान झूठ बोल रहे है या फिर ग्राम पंचायत सचिव मुकेश नाथ त्रिवेदी??
– सेवता सीतापुर से सचिन सक्सेना रिपोर्ट

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