आजमगढ़- गैंगरेप पीडिता को न्याय दिलाने के लिए समाजवादी पार्टी प्रमुख पूर्व सीएम अखिलेश यादव द्वारा भेजा गया प्रतिनिधिमण्डल शनिवार को पीडिता के घर पहुचा और आर्थिक मदद देते हुए सडक से लेकर संसद तक न्याय के लिए संघर्ष का ऐलान किया। बतादे कि क्षेत्र के एक गांव निवासी शिक्षिका के आरोप अनुसार एक स्कार्पियो सवार लोग उस समय अगवा कर गैगरेप के फेंक कर फरार हो गये थे जब पीडिता कोचिंग से घर वापस लौट रही थी। मामले में पुलिस ने घटना के फ़र्ज़ी होने का खुलासा किया तो परिजनो ने आरोपो की झडी लगा दी थी। पीडिता ने पुलिस पर जबरन बयान लेने का आरोप लगाया था। मामला सुर्खियो में आने के बाद समाजवादी पार्टी भी संघर्ष के लिए आगे आ गयी । स्थानीय समाजवादी पार्टी नेताओं ने पुलिस के रवैये का विरोध करते हुए मामले को हाईकमान तकपंहुचा दिया । इसके बाद सपा सुप्रीमो पूर्व सीएम अखिलेश यादव के निर्देश पर शनिवार को लखनऊ से आये प्रतिनिधि मण्डल के साथ जनपद के सपा पदाधिकारी भी पीड़िता के दरवाजे पहुचे और पीडिता के साथ परिजनो से वार्ता कर घटना की जानकारी ली। प्रतिनिधि मण्डल ने कहा की पीडिता को न्याय दिलाने के लिए पार्टी चुप नही बैठेगी। आगामी संसद सत्र में मामले को उठाया ही जायेगा ही साथ ही 10 दिसम्बर को रानी की सराय थाने पर धरना प्रदर्शन होगा। इस दौरान प्रतिनिधि मण्डल ने एक लाख रुपए की सहायता राशि पीड़ित परिजनो को दी। तकरीबन आधे घण्टे तक प्रतिनिधिमंडल के लोग पीडिता के घर रहें। इस दौरान पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज, पूर्वमंत्री राममूर्ति वर्मा, एमएलसी रामजतन राजभर, विधायक संग्राम यादव, पूर्व विधायक बेचई सरोज, विधायक आलमबदी, पूर्व मंत्री व विधायक दुर्गा प्रसाद, विधायक नफीस अहमद,कल्पनाथ पासवान,एमएलसी राकेश यादव,पूर्व सांसद नन्द किशोर यादव,सपा जिला अध्यक्ष हवलदार यादव,इसरार अहमद समेत काफी संख्या में लोग रहें।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़