बरेली। मंगलवार को सेठ दामोदर स्वरूप पार्क मे गन्ना मूल्य घोषित करने और बकाया भुगतान की मांग को लेकर रालोद कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया। रालोद पदाधिकारियों ने बताया कि वर्तमान सत्र मे 4 महीने गन्ना मिलों को चलते हो गए लेकिन आज तक गन्ने के लाभकारी मूल्य की घोषणा नही हुई। किसान एकलौता ऐसा उत्पादक है जिसको अपने उत्पाद का मूल्य तय करने का भी अधिकार नही है। अपने खून पसीने से सींची हुई फसल को मिल मालिकों को देता जाता है, लेकिन उसको यही नहीं पता होता है कि उसकी फसल का कितना पैसा मिलेगा। राष्ट्रीय लोकदल द्वारा सवा माह से संदेश अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत पूरे प्रदेश से 4 लाख से अधिक किसानों ने किसान संदेश अभियान के माध्यम से मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर गन्ना मूल्य की घोषणा कराए जाने की मांग कर चुके है लेकिन अभी तक गन्ना मूल्य की घोषणा नहीं की गई, जिससे गन्ना किसानों में भारी निराशा और असंतोष व्याप्त है। रालोद के कार्यकर्ताओं ने मांग की कि सत्र 2022-23 का गन्ने का लाभकारी मूल्य की घोषणा की जाए। आवारा पशुओं से किसानों की फसल बचाने हेतु उचित समाधान किया जाए। बकाया गन्ना मूल्य का ब्याज सहित भुगतान कराया जाए। ब्रज क्षेत्र में आलू निर्यात केन्द्र की स्थापना की जाए तथा आलू का समुचित मूल्य सरकार निर्धारित करे। रालोद पदाधिकारियों ने कहा कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुई थी वे उत्तर प्रदेश के सभी मंडलों में सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरकर विशाल धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे। जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। रालोद कार्यकर्ताओं ने इस बाबत एक ज्ञापन डीएम को सौंपा है।।
बरेली से कपिल यादव