खुलासा:प्रेम प्रसंग के चलते पिता ,भाई और चाचा ने ही की थी शिक्षिका की हत्या

आजमगढ़ – कंधरापुर थाना क्षेत्र के मातनपुर गांव में बीते 18 अगस्त की सुबह हत्या कर फेंकी गई निजी शिक्षिका कविता की लाश बरामदगी के बाद घटना के अनावरण में जुटी पुलिस को शुक्रवार को कामयाबी हाथ लग गई। मामला आनर किलिंग का निकला। इस मामले में कविता की हत्या का जुर्म कबूल कर लेने पर पुलिस ने मृतका के पिता, भाई व चाचा को गिरफ्तार कर लिया। कंधरापुर क्षेत्र के मातनपुर ग्राम निवासी व कोटेदार अभयराज राम की 26 वर्षीय तलाकशुदा पुत्री व पेशे से शिक्षिका कविता का शव घर से सौ मीटर की दूरी पर बीते 18 अगस्त की सुबह मिला। मृतका कविता उसी दिन भोर में शौच के लिए घर से निकली थी। हत्या कर फेंकी गई युवती की लाश की सूचना पाकर प्रशासन में हड़कंप मच गया। यहाँ तक की जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक भी मयफोर्स मौके पर पहुंच गए थे । घटना की विवेचना के लिए पुलिस की टीम गठित की गई थी । इस मामले में सर्विलास टीम प्रभारी बृजेश सिंह की मदद से पुलिस घटना के तह तक पहुंच गई और शुक्रवार की दोपहर कंधरापुर थाना प्रभारी संदीप यादव ने अपनी टीम के साथ मृतक कविता के पिता अभयराज, चाचा शिवचंद तथा भाई सूरज को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए लोगों से पुलिस ने जब पूछताछ शुरू की तो सभी ने कविता की हत्या का जुर्म कबूल कर लिया। इस संबंध में शुक्रवार की शाम पुलिस मीडिया सेल कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक नगर सुभाष चंद्र गंगवार ने बताया कि कविता की शादी लगभग 6 वर्ष पूर्व जहानागंज थाना क्षेत्र के कोढ़वा गांव निवासी युवक से हुई थी। कुछ ही समय बाद पति-पत्नी के बीच संबंध-विच्छेद हो गया। तभी से कविता अपने मायके में रहने लगी थी ।
मायके में रह रही कविता का प्रेम प्रसंग गांव के ही रिश्तेदार के साथ लगभग 10 वर्षों से चल रहा था। उक्त रिश्तेदार काम के सिलसिले में गैर प्रांत में रहता है और कविता उससे फ़ोन पर घंटो बातें करती थी । इस प्रेमप्रसंग की जानकारी होने पर कविता के परिजनों ने विरोध किया लेकिन कविता ने परिजनों की बात अनसुनी कर दी। प्रेमी युगल के बीच अक्सर फोन पर लम्बी बातचीत हुआ करती थी। घटना के दिन पुलिस ने कब्जे में लिए गए मृतका के मोबाइल को सर्विलांस टीम के हवाले किया। सर्विलांस के माध्यम से जानकारी मिली कि मौत से कुछ ही समय पूर्व कविता ने फोन पर अपने प्रेमी दीपक से लम्बी बात की थी।
उधर कविता की हरकत से परेशान परिजनों ने लोक-लाज के चलते उसे रास्ते से हटाने की योजना बना ली और 17 अगस्त की आधी रात के बाद उसके पिता ,भाई व चाचा ने गला घोंटकर कविता की हत्या कर दी । साक्ष्य छिपाने के लिए शव को घर से कुछ दूरी पर ले जाकर फेंक दिया गया। घटना की विवेचना में जुटी पुलिस को उसी दिन परिजनों पर संदेह होने लगा था कि मृतका कविता की लाश मिलने के बाद परिजन पुलिस को सूचना काफी देर से दिए और अंतिम संस्कार की तैयारी में जुट गए थे। इस मामले में गिरफ्तार किए गए मृतका के पिता, चाचा और भाई के खिलाफ हत्या का मुकदमा पंजीकृत किया गया है।

रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़

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