खुफिया तंत्र के ढुलमुल रवैए के चलते अशोक गहलोत सरकार की होती है किरकिरी

*नक़ल गिरोहों द्वारा सैध लगाने से पहले ही आयोग हुआ चाक चौबंद

बाड़मेर/ राजस्थान- पिछले महीने ही राज्य स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षाओं को देखते हुए रीट, नीट-जेईई मेंस सहित सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षाओं में नकलचियों की कारगुजारियों को देखते हुए राजस्थान लोक सेवा आयोग आजकल सतर्क हो गया है। आरएएस-2021 प्रारंभिक परीक्षा में मोबाइल-ब्लूटूथ सहित पेपर की सुरक्षा-व्यवस्था पर आयोग खास नजर रखेगा।

आरएएस एवं अधीनस्थ सेवाएं (संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा सीधी भर्ती)-2021 के लिए आयोग को परिक्षार्थियों द्वारा 6.50 लाख आवेदन मिले हैं। राज्य सेवाओं और अधीनस्थ सेवा के लगभग एक हजार पदों पर भर्ती होनी है। आयोग 27 अक्टूबर को आरएएस प्रारंभिक परीक्षा कराएगा।

बीते सितंबर महीने में नीट, रीट और सब इंस्पेक्टर परीक्षाओं में खुफिया एजेंसियों ओर पुलिस तंत्र की साख दांव पर लगी हुई थी और पुलिस तंत्र द्वारा राज्य में बड़े स्तर पर गिरोह पकड़े। इनमें अधिकांश आरोपी मोबाइल-ब्लू टूथ से नकल, चम्पल में हाईटेक प्रणाली से लैस चिप प्रकरण, परिक्षाओं से पहले ही पेपर और आंसर शीट उपलब्ध कराने, परीक्षा केंद्र से ओएमआर शीट वायरल करने, डमी कैंडिडेट बैठाने के मामलों से जुड़े हैं। इनके चलते आयोग फूंक फूंक कर कदम बढ़ा रहा है और विशेष तैयारियों में जुटा है।

सब इंस्पेक्टर परीक्षा के दौरान अलवर के परीक्षा केंद्र में हुई चूक को आयोग ने गंभीरता से लिया है। परीक्षा केंद्रों पर किसी भी सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं होगी। मोबाइल नेटवर्क को रोकने के लिए केंद्रों पर जैमर और ब्लूटूथ पकडऩे के लिए अभ्यर्थियों की मेटल डिटेक्टर से जांच कराई जा सकती है। लगभग पन्द्रह सौ परीक्षा केंद्रों पर इस बार परीक्षा में 6.50 लाख अभ्यर्थी पंजीकृत हैं। लिहाजा आयोग लगभग पंद्रह सौ परिक्षा केंद्र बनाएगा। इनको लेकर अध्यक्ष डॉ. भूपेंद्र यादव, सचिव शुभम चौधरी सहित अन्य अधिकारी होमवर्क पूरा कर चुके हैं।

पूर्व आयोग अध्यक्ष डॉ. हबीब खान गौरान के कार्यकाल में साल 2013 की आरएएस परीक्षा विवादास्पद रही। उनके प्रिंटिंग प्रेस पहुंचने को लेकर काफी विवाद हुआ था। एसओजी ने 2014 में जयपुर में गांधी नगर में छापा मारकर तीन-तीन लाख रुपए में आरएएस की परिक्षाओं का पेपर बेचने के आरोप में आरोपियों को गिरफ्तार किया था। बाद में आयोग को यह परीक्षा निरस्त करनी पड़ी थी। 2010 में हुई आरएएस परीक्षा के पेपर लीक मामले में जयपुर के करधनी थाने में मामला दर्ज हुआ। एसओजी ने मास्टर माइंड जगदीश सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया।

– राजस्थान से राजूचारण

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