क्वारंटाइन केंद्र बने राप्रावि कोटड़ी में युवा बने प्रेरणा स्त्रोत

उत्तराखंड- प्रखंड रिखणीखाल के अंतर्गत राप्रावि कोटड़ी में विगत 8 भी से क्वारंटाइन में रह रहे चार युवकों की दिनचर्या स्कूल के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है।प्रात: योगाभ्यास से लेकर विद्यालय की स्वच्छता, पेंटिंग का कार्य, फुलवारी , कमरों की सफाई आदि अपनी दिनचर्या में शामिल की गई है। रोजाना विद्यालय के अध्यापक निरीक्षण में जाकर उनका हाल पूछते हैं। विद्यालय के सहायक अध्यापक डॉ अम्बिका प्रसाद ध्यानी का कहना है कि इस तरह के रचनात्मक कार्यों से विद्यालय की शोभा बढ़ेगी अपितु अन्य केंद्र में रह रहे लोगों को भी प्रेरणा मिलती रहेगी। गौरतलब है कि क्वारंटाइन केंद्र में राप्रावि कोटड़ी में चार युवकों के अलावा हाईस्कूल कोटड़ी में भी सात लोग रह रहे हैं।
इसी प्रकार से राजकीय प्राथमिक विद्यालय कांडा में रह रहे प्रवासी भी लैंटाना उन्मूलन, फुलवारी निर्माण,आदि कमियों को दूर कर रहे हैं ।इस केंद्र पर सर्वाधिक अड़तालीस लोग हैं इनमें से कुछ को होम क्वारंटेड किया गया है।ग्राम प्रधान अनीता देवी का कहना है कि सभी के घरों से खाना आ रहा है। उनको सख्त हिदायत दी गई है। इस केंद्र छः क्वारंटाइन केंद्रों में प्राथमिक विद्यालय के अलावा हाईस्कूल, पंचायत घर ,पावर हाउस जवाड़ीयूंरौल, राप्रावि दियोड़, गौशाला,पृथक घर ,व प्राथमिक विद्यालय तैड़िया बनाये गये हैं। जिन पर क्षेत्र पंचायत सदस्य कर्तिया बिनीता ध्यानी द्वारा हैंडवाश सैनिटाइजर,प्रति तीन दिन में सैनिटाइजेशन कार्य, प्राथमिक चिकित्सा एड आदि की व्यवस्था की गई है।जिनका सहयोग आशा कार्यकर्ता एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बखूबी निभा रहे हैं।और ऐसे कई विद्यालयों में इस तरह की गतिविधियां प्रवासियों द्वारा संचालित की जा रही हैं।

– बिनीता ध्यानी,रिखणीखाल

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