- 12-14 आयु वर्ग के 7 लाख 38 हजार 962 बच्चों को टीका लगाया गया
- कोविड से सुरक्षा हेतु मास्क लगाना जरूरी
मोतिहारी/बिहार- चीन में कोरोना के नए वैरिएंट बीएफ-7 के फैलाव से देश व राज्य में भी इस वैरिएंट का खतरा मंडराने लगा है। इसे लेकर जिले में भी सतर्कता बरती जा रही है। जिले के सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार ने बताया कि पूर्व की लहर के दौरान सबसे अधिक जोर वैक्सीनेशन पर था। इस बार बूस्टर डोज़ वैक्सीन की कमी होने से स्वास्थ्य विभाग अन्य तैयारी कर रहा है। वैसे लोग जिन्होंने दूसरा या बूस्टर डोज नहीं लिया है, उन्हें वैक्सीनेट करने की भी तैयारी चल रही है। लोगों को कोरोना से बचाव के लिए अब “नेजल कोविड वैक्सीन” दिया जा सकता है। यह कोविशील्ड, कोवैक्सीन या कोर्बेवैक्स की जगह ले सकता है। पूर्व में जिन लोगों ने यह वैक्सीन लिया है, उन्हें बूस्टर डोज या सेकेंड डोज के रूप में “नेजल वैक्सीन” दिया जा सकता है। सीएस ने बताया कि जिले में फिलहाल कोविशील्ड व कोर्बेबैक्स की उपलब्धता नहीं है। जैसे ही वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगा, लोगों को वैक्सीन लगनी शुरू हो जाएगी। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग लोगों को “नेजल कोविड वैक्सीन” लगाने की तैयारी कर रहा है। “नेजल कोविड वैक्सीन” को लेकर केंद्र सरकार की एसओपी व गाइडलाइन 15 जनवरी तक आने की संभावना है। उन्होंने बताया कि केंद्र या बिहार सरकार अगर “नेजल कोविड वैक्सीन” को फ्री करती है तो पूर्व की तरह लाभुकों को नि:शुल्क दिया जाएगा।
12-14 आयु वर्ग के 7 लाख 38 हजार 962 बच्चों को टीका लगाया गया:
जिले में 12-14 आयु वर्ग के बच्चों को कोर्बेबैक्स वैक्सीन दिया गया। कोरोना की पांचवीं लहर में बच्चों के ज्यादा संक्रमित होने की संभावना जताई जा रही है। जिले में 12-14 आयु वर्ग के 7 लाख 38 हजार 962 वैक्सीन की डोज, 15 से 18 आयु वर्ग के 8 लाख 17 हजार 136 डोज लगाई गई है। अभी तक 38 लाख 80 हजार 314 लोगों को प्रथम डोज, 38 लाख 47 हजार 480 को सेकेंड डोज एवं 9 लाख 95 हजार 674 लोगों को प्रिकॉशन डोज, कुल 87 लाख 23 हजार 468 डोज लगाया जा चुका है।
कोविड से सुरक्षा हेतु मास्क लगाना जरूरी:
सीएस ने कहा कि लोगों को पूर्व की भांति जागरूक होने की जरूरत है। ताकि कोविड के संभावित संक्रमण के प्रभाव से बच सकें। सीएस ने बताया कि कोविड संक्रमण को लेकर लोगों को भयभीत होने की जरूरत नहीं है। भीड़ भाड़ में निकलने से पहले मास्क का इस्तेमाल जरूर करें।
– बिहार से नसीम रब्बानी