बरेली। एक तरफ तेजी से बढ़ रही कोरोना की लहर से लोगों में खौफ है। लोग बेहद जरूरी ऐसे काम के लिए जिलों से बाहर जा रहे है। जिसे जाए बिना कोई बड़ा नुकसान हो जाए या बाहरी जिलों में तैनात सकरारी कर्मचारी ही मजबूरी मे यात्रा कर रहे हैं। आलम यह है कि लोग बाहरी जिलों में रहने वाले लोगों के निमंत्रण पर शादी समारोह में जाने से बच रहे हैं। आलम यहां तक है कि बाहरी जिलों में रहने वाले परिचित की मौत की खबर पर लोग जाने से बच रहे हैं। खून के रिश्ते में हुई मौत को छोड़कर अन्य किसी की मौत मे शामिल होने को लोग बाहरी जिलों को नही निकल रहे हैं। कोरोना के डर से लोग यात्रा से बच ही रहे थे। उस पर लॉकडाउन की वजह से यात्रियों की संख्या में काफी गिरावट आई है। आलम यह है कि रोडवेज बसें खाली दौड़ रही हैं। बमुश्किल ही उन्हें सवारियां मिल पा रही है। चालक-पचिालकों को घंटों तक सवारियों का इंतजार करने के बाद खाली बस लेकर ही निकलना पड़ रहा है। मौजूदा समय में बस स्टैंड की रौनक भी अन्य दिनों की अपेक्षा फीकी हो गई है। कम हो रही सवारियों के अलावा साथ में छोड़ने के लिए आने वाले लोगों की भीड़ भी अब यहां पर दिखाई नहीं देती। जबकि, जो लोग बस का इंतजार कर रहे होते हैं, वह भी शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए अपनी बस का इंतजार करते हैं।।
बरेली से कपिल यादव