बरेली। गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व 30 नवम्बर को मनाया जाएगा, लेकिन इस बार आयोजन का स्वरूप बदला जा रहा है। कोरोना के चलते इस बार नगर कीर्तन नहीं निकाला जाएगा। समाज के लोगों की आयोजनों को लेकर तैयारियां शुरू कर दी है। सोमवार को शासन ने आदेश जारी करके गुरु पर्व पर होने वाले आयोजन पर भी रोक लगा दी है। ऐसे में नगर कीर्तन और गुरुद्वारों पर पंडाल लगाकर होने वाले आयोजनों पर संशय हो गया है। शासन ने इसके पहले कोरोना की दूसरी लहर आने की आशंका के चलते शादी विवाह के आयोजन पर शामिल होने वाले लोगों की संख्या 200 से 100 करने का निर्णय लिया था। हर वर्ष गुरु नानक साहब की जयंती पर सिख समाज के लोग शहर में नगर कीर्तन और गुरुद्वारों में पंडाल लगाकर कार्यक्रम करते आए है। इस मौके पर सिख समाज के लोग झांकियां निकालते थे जगह-जगह भंडारा करते थे। इस बार कोरोना संक्रमण के चलते सिख समाज के लोगों ने खुद ही कार्यक्रम को सीमित करके शाम 4 बजे से रात 10 बजे तक करने का विचार बनाया था। लेकिन इसी दौरान शासन से निर्देश प्रशासन में पहुंच गया है अब डीएम नितीश कुमार ने कार्यक्रमों पर पाबंदी को लेकर विचार कर रहे हैं। मंगलवार को समाज के लोग भी उनसे मुलाकात करने जा सकते हैं। इससे पहले गंगा स्नान के आयोजन चौबारी मेला पर भी रोक लग चुकी है। स्नान को भी लेकर सख्त रोक लग चुकी है। रामगंगा नदी के दोनों छोर पर पुलिस बल तैनात करने के निर्देश जारी किए जा चुके हैं।।
बरेली से कपिल यादव