बरेली। कोरोना मरीजों की इमरजेंसी में भर्ती व इलाज को लेकर शहर के अस्पतालों में मॉकड्रिल हुई। इसमें मरीज को भर्ती से लेकर ऑक्सीजन व वेंटिलेटर पर रखने की तैयारियों का अफसरों ने जायजा लिया। कोराेना संक्रमितों की बढ़ती संख्या के बीच मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से माकड्रिल कराई गई। ताकि मरीज मिलने पर उन्हें समय से उपचार कराया जा सके। राजकीय मेडिकल कालेज में मरीज आने के बाद पांच मिनट में ही भर्ती से लेकर एक्सरा तक करा दिया गया। इसी तरह अन्य स्वास्थ्य केंद्रों पर तैयारियों को परखा गया। स्वास्थ्य विभाग की ओर से 20 दिसंबर को माकड्रिल कराई गई थी। जिसमे ज्यादातर स्वास्थ्यकर्मी कंसीटेटर व वंटीलेटर चलाने तक में अटक गए थे। मरीज को दवा देने में भी सोचना पड़ रहा था। ऐसे में सीएमओ ने एक सप्ताह तक लगातार दोबारा प्रशिक्षण प्राप्त करने के निर्देश दिए थे। मंगलवार को तैयारियों को परखने के लिए फिर माकड्रिल कराई गई। राजकीय मेडिकल कालेज में एक बजकर पांच मिनट पर एंबुलेंस हृदय रोग से पीड़ित एक कोरोना संक्रमित को लेकर पहुंची थी। स्वास्थ्य कर्मियों ने कोविड नियमों का पालन करते हुए मरीज को स्ट्रेचर से वार्ड तक ले जाकर न सिर्फ तेजी से भर्ती कराया बल्कि एक्सरा करने से लेकर जरूरी दवा तक पांच मिनट में दे दी। सीएमओ ने इस पर स्वास्थ्यकर्मियों की सराहना की। मंगलवार को अधिकारियों ने ऑक्सीजन प्लांट भी संचालित कर इसका तीन बार परीक्षण किया। इसमें देखा गया कि प्लांट से वार्ड तक ऑक्सीजन सप्लाई में किसी प्रकार की कोई दिक्कत तो नहीं है। हालांकि, सप्लाई एक दम दुरुस्त रही। इस दौरान 300 बेड कोविड चिकित्सालय के प्रभारी सीएमएस डॉ. सतीश चंद्रा, सर्विलांस सेल प्रभारी डॉ. अनुराग गौतम और विश्व स्वास्थ्य संगठन के नोडल अधिकारी डॉ. अजीत पवार मौजूद रहे। बही कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए रोहिलखंड मेडिकल कॉलेज में भी रिहर्सल की गई। इस दौरान एसीएमओ डॉ. अशोक कुमार के नेतृत्व में महज पांच मिनट में संक्रमित मरीज को आईसीयू में भर्ती कर दिया गया। वहीं, इस दौरान कोरोना को लेकर की गई समस्त व्यवस्थाएं चाक चौबंद मिलीं। संस्थान के प्रधानाचार्य डॉ. चंद्र मोहन, डॉ. शरद सेठ, डॉ. मेधावी अग्रवाल, प्रशासनिक अधिकारी डॉ. फैज शमसी, डॉ. अमनदीप सिंह आदि मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव