बरेली। कोरोना काल में सफर के लिए यात्रियों को जेब अब कम ढीली करनी पड़ रही है। प्राइवेट बसों का सफर सस्ता कर दिया है। जहां एक ओर रोडवेज बसों को सवारियां नहीं मिल रही है। वही दूसरी ओर प्राइवेट बस वालों की चांदी आई हुई है। वे लोग किराया कम कर जमकर सवारियों को ठूंस-टूंस कर बसों में भर रहे है। इस समय कोरोना महामारी के चलते परिवहन निगम ने कई बसों को चलाने पर रोक लगा दी है। जिस कारण सवारियां रोडवेज बस अड्डे पर कम ही पहुंच रही हैं। वहीं दूसरी ओर प्राइवेट वाहनों और बसों में जमकर सवारियों काे ले जाया जा रहा है। यही नही प्राइवेट बस चालक यह भी नही देख रहे हैं कि कोई मास्क लगाया है या नहीं। कोरोना गाइडलाइन के नियमों की जमकर धज्जियॉ उड़ाई जा रही है। इन दिनों प्राइवेट बस संचालको द्वारा किराया कम कर दिया गया है। यही नहीं दिल्ली से आने वाले यात्रियों से परिवहन 335 रूपये वसूल रहा है तो वही निजी बस संचालक 280 रूपये प्रति सवारी के हिसाब से किराया ले रहे हैं। कोरोना काल में हर कोई रूपये कम खर्च करने के चक्कर में अपनी जान जोखिम में डालकर यात्रा कर रहा है। अपनी जेब गर्म करने के चक्कर में प्राइवेट बस संचालक पूरी बस भरकर चल रहे हैं। रास्ते में जगह-जगह यात्रियों को उतारना व चढ़ाना भी रहता है। लेकिन इस दौरान अधिकांश लोग मास्क का प्रयोग नहीं कर रहे है। यदि कुछ लोग कर भी रहे है तो मास्क उनके कान में फंसा तो है लेकिन मुहं से नीचे लगा रखा है।।
बरेली से कपिल यादव