वृन्दावन। सीओ सदर रमेश कुमार तिवारी और प्रभारी निरीक्षक थाना वृन्दावन का अवैध वसूली करवाने का तरीका सुनकर आप हैरत में पड़ जाएंगे। करीब एक वर्ष से एक ही स्थान पर तैनात दोनों अधिकारी पद का दुरुपयोग कर जमकर अवैध वसूली करवाने में लगे हुए हैं। ऐसा आरोप लगाया गया है ।
जानकारी के अनुसार जट्टारी अलीगढ़ निवासी प्रवीन कुमार सिंह के मुताबिक कुछ दिन पूर्व चौकी प्रभारी रमणरेती ने एक प्राइवेट व्यक्ति के जरिए उनको रेस्टोरेंट से बाहर बुलवाया और कहा कि पुलिस की सेवा पानी नहीं करते हो। यदि रेस्टोरेंट चलाना है तो दस हजार रुपये महीने चौकी पर देने होंगे। इससे इनकार कर दिया गया तो चौकी प्रभारी खुन्नस मानने लगे और 19 फरवरी 2020 की रात्रि को चौकी से दो पुलिसकर्मी भेजकर रेस्टोरेंट से बोर्ड चोरी करवा लिया। यह घटना रेस्टोरेंट में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। जब पुलिसचौकी जाकर इसका विरोध किया तो जमकर हड़काया और झूंठे केस में फंसाने की धमकी देकर भगा दिया। 22 फरवरी की रात्रि को साजिश के तहत कुछ ग्राहकों को खाना खाने के लिए रेस्टोरेंट पर भेज दिया। ग्राहक खाना खाने के बाद खाने में कमी बताकर पैसे देने से इनकार करने लगे और यूपी डायल 112 को फोन कर बुला लिया। डायल 112 थाने ले गई। वहां चौकी प्रभारी भी पहुंच गए और जमकर हड़काया। रेस्टोरेंट संचालक ने इंस्पेक्टर को कहा कि ग्राहक शराब के नशे में हैं। पैसे न देने पर भी कोई विवाद नहीं किया है। झूंठा आरोप लगा रहे हैं। इनका मेडिकल होना चाहिए। झगड़ा न होने की पुष्टि सीसीटीवी कैमरों से की जा सकती है। मगर पुलिस ने एक नहीं सुनी और शांति भंग में उन्ही चालान कर दिया। ग्राहकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। अवैध उगाही कराने का यह तरीका प्रभारी निरीक्षक थाना वृन्दावन और सीओ सदर का है। जब कोई महिनेदारी नहीं देता है तो उसपर पुलिस कार्यवाही का डंडा चलवा दिया जाता है। जिससे रिश्वत देना मजबूरी बन जाए। लंबे समय से एक ही स्थान पर जमे पड़े दोनों पुलिस अधिकारी पुलिस से गुंडई करवाकर उगाही करवा रहे हैं। इस मामले को एसएसपी से लेकर डीजीपी तक जाएंगे। फिर भी न्याय नहीं मिला तो कोर्ट की शरण ली जाएगी। पर अवैध उगाही के नाम पर एक रुपया नहीं देंगे।