बरेली। शहर के कुतुबखाना पुल निर्माण पूरा होने के लिए लंबे समय से इंतजार कर रहे बरेली वासियों को अभी और इंतजार करना पड़ेगा। 31 दिसंबर तक कुतुबखाना पुल निर्माण करने के दावे गलत साबित हुए। वही अब फरवरी में कुतुबखाना पुल बनने का दावा किया जा रहा है। रविवार को वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार और कैंट विधायक संजीव अग्रवाल ने कुतुबखाना पुल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कोहाड़ापीर की ओर से पुल ऊपरी हिस्से के साथ सर्विस लेन की प्रगति देखी। घंटाघर से कुतुबखाना चौराहे के हिस्से को अधूरा देख ठेकेदार को फटकार लगाई। इंजीनियरों से निर्माण पूरा होने की तिथि पूछा तो जनवरी मे पूरा होने का दावा किया। इस पर वनमंत्री को गुस्सा आया और कहा कि बार-बार तारीख नही बताए, एक तारीख ऐसा बताएं जिस तिथि को फीता काट ट्रैफिक दौड़ाया जा सके। इस दौरान निर्माण में गुणवत्ता के साथ समझौता नहीं करने के निर्देश दिए। कहा कि यह पुल शहर के विकास में अहम कड़ी बनने जा रहा है। घंटाघर से कुतुबखाना के बचे हुए करीब डेढ़ सौ मीटर के ऊपरी हिस्से को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।निरीक्षण के दौरान संजीव अग्रवाल ने कहा कि स्मार्ट सिटी का कुतुबखाना पुल बरेली की जनता के लिए जल्द समर्पित होगा। लेकिन अभी थोड़ा इंतजार और करना पड़ेगा। साथ ही संजीव अग्रवाल ने दावा किया कि कुतुबखाना पुल का निर्माण फरवरी में पूरा हो जाएगा, करीब 40 दिन अभी और लगेंगे। उन्होंने कहा कि पुल का निर्माण पूरा होने से व्यापारियों को भी बहुत फायदा मिलेगा और व्यापार दोगुना हो जाएगा। पुल का निर्माण दो सितंबर 2022 को शुरू हुआ था। पहले जून 2023 तक काम पूरा करना था लेकिन फिर अक्टूबर और इसके बाद दिसंबर 2023 तक का समय दिया गया। फर्म मंटेना इंफ्रासोल प्राइवेट लिमिटेड के एमडी से लिखवाकर लिया गया था कि 31 दिसंबर तक काम पूरा हो जाएगा। उधर तय तिथि खत्म होने के बाद स्मार्ट सिटी के अफसर निर्माण की समीक्षा के अनुसार के कार्यदायी संस्था पर जुर्माना लगाने की तैयारी में जुट गए है। इस दौरान स्मार्ट सिटी के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील यादव, सेतु निगम के डीपीएम अरुण कुमार व अन्य अफसर रहे।।
बरेली से कपिल यादव