वाराणसी – किसान मेला और कृषि प्रदर्शनी एवं गोष्ठी संभागीय कृषि परीक्षण एवं प्रदर्शन केंद्र कलेक्ट्री फार्म वाराणसी पर मंगलवार को आयोजित हुई। मुख्य अतिथि प्रदेश के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनिल राजभर ने फीता काटकर व दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का उद्घाटन किया के पश्चात कृषि से संबंधित सभी विभागों को मेले में लगे स्टालों का निरीक्षण किया अलावा कृषि वेधशाला सहित शोध परिसर मे लगाये गये विभिन्न प्रकार के उन्नतशील प्रजातियों का जायजा लिया। अनेक किसान मेले में शामिल हुए।
श्री राजभर ने कहा कि किसान वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ खेती का काम करें। शरीर की तरह खेत की मिट्टी की जांच भी जरूरी है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कमी वाले तत्वों का ही प्रयोग किया जाए। सरकार से मिल रहे अनुदान और योजनाओं का भरपूर लाभ उठाएं।
उप निदेशक (शोध) एच एन सिंह ने बताया कि कृषि प्रदर्शनी में खेती किसानी, बागवानी, सब्जी उत्पादन, मछली पालन, खाद्य प्रसंस्करण , कृषि यंत्र, कृषि उपकरण आदि के बारे में पूरी जानकारी दी। विशिष्ट अतिथि संयुक्त कृषि निदेशक वाराणसी मंडल ए. सी. शर्मा ने कहा कि किसान फसल चक्र अपना कर खेती करें। लगातार एक ही फसल लेने से उत्पादन कम मिलता है। बीएचयू के पूर्व वैज्ञानिक आरसी तिवारी ने कहा कि किसान वैज्ञानिक पद्धति से खेती बुआई करें। इससे उत्पादन कई गुना तक बढ़ जाएगा। खाद बीज भी कम लगेगा और रासायनिक उर्वरक का पूरा उपयोग होगा। कृषि गोष्ठी में कृषि यंत्र, बीज आदि की प्रदर्शनी लगाई गई थी। दिन भर गोष्ठी में जिले के किसानों का आना-जाना लगा रहा।जबलपुर कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पूर्व कुलपति डा0 कल्लू गौतम ने अध्यक्षता की। इस अवसर पर कृषि निदेशक शोध हरी नारायण सिंह, संयुक्त कृषि निदेशक वाराणसी मंडल अखिलेश चंद शर्मा, उप कृषि निदेशक भू. स. स्मिता वर्मा, बीएचयू के रिटायर्ड वैज्ञानिक आरसी तिवारी, ग्राम प्रधान आर डी यादव, डॉ राजीव कुमार उप कृषि निदेशक वाराणसी, हेमंत सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता राज कुमार गुप्ता, जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि योगीराज सिंह पटेल, ओम प्रकाश सिंह आदि लोग उपस्थित थे। इसके पहले पुलवामा शहीदों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजली दिया गया।
रिपोर्टर-:महेश पाण्डेय के साथ (राजकुमार गुप्ता) वाराणसी