काँग्रेस पार्टी भारतीय संविधान और नागरिकों के हितों के साथ खड़ी है: प्रियंका गांधी

*अभिव्यक्ति की आज़ादी को कुचलने पर आमादा है सरकार: प्रियंका गांधी

*प्रदेश में हुई पुलिसिया हिंसा की हो जांच, निर्दोषों पर कार्रवाई बर्दाश्त नहीं: प्रियंका गांधी

*राजघाट पर संत रविदास के दर्शन और बाबू जगजीवनराम की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर आन्दोलनकारियों से मिलीं प्रियंका गाँधी

*पुलिसिया हिंसा में मारे गए नौ साल के सगीर के परिजनों मिलीं प्रियंका गांधी

*बाबा विश्वनाथ के दरबार में महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी ने मत्था ठेका

वाराणसी- कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका गांधी आज अपने एक दिवसीय दौरे पर आज वाराणसी पहुंची सबसे पहले राजघाट स्थित संत शिरोमणि संत रविदास मंदिर में दर्शन के बाद बाबू जगजीवन राम की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कीं। दर्शन के बाद नाव से महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी ने पंचगंगा घाट स्थिति प्रसिद्ध श्री मठ में सीएए का शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन करने के बाद तानाशाह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा जेल में डाले गए आंदोलनकारी छात्रों, सामाजिक कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर बातचीत कीं।
महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी से बातचीत के दौरान छात्र आंदोलनकारियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि बनारस में पूरा सीएए-एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके किया जा रहा है। बनारस के एतिहासिक बेनियाबाग जो कि हमारे स्वतंत्रता आंदोलन का गवाह रहा है, जहां पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अस्थिकलश अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था वहां पर प्रशासन ने हमें शांतिपूर्ण तरीके से बात रखने से रोका। छात्र आंदोलकारियों ने श्रीमती प्रियंका गांधी को बताया कि हम संविधान बचाने का नारा लगा रहे थे लेकिन तानाशाह सरकार ने हमें गिरफ्तार कर लिया।

वही जेल से रिहा हुए आंदोलनकारियों ने कहा कि जेल में तमाम तरह से उन्हें प्रताड़ित किया गया। उनको परिजनों से मिलने नहीं दिया गया। जब उनकी गैरकानूनी गिरफ्तारी हुई तो उनको खाना तक प्रशासन ने नहीं दिया। आंदोलनकारियों ने कहा कि जो लोग बाहर आंदोलनकारियों के जमानत और समर्थन में खड़े थे उनको पुलिस लगातार धमका रही थी। लगातार उनके घरों पर पुलिस भेजकर प्रताड़ित किया जा रहा था। आंदोलनकारियों ने बेनियाबाग में पुलिस के बर्बर लाठीचार्ज और तोड़फोड़ की जानकारी देते हुए महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी से कहा कि पुलिस अधिकारी जान से मारने और काटने की धमकी दे रहे थे, सिर्फ इतना ही नहीं एक पुलिसकर्मी जो कि खुद हिंसा में शामिल था वह इस मामले में जांच अधिकारी बना दिया गया है। महासचिव से संवाद के दौरान काशी हिंदू विश्वविद्यालय(बीएचयू) के छात्रों ने कहा कि बनारस पूरे साल धारा 144 लागू रहती है। हमारे विश्वविद्यालय को प्रधानमंत्री ने विदेशी शरणार्थी कैम्प बना दिया है जिसके गेट पर हमेशा पुलिस की गाड़ियां खड़ी रहती हैं, वज्र वाहन खड़े रहते हैं। कैम्पस में भाजपा के गुंडे आये दिन मारपीट करते हैं। बाहर पुलिस परेशान करती। संघ परिवार से जुड़े शिक्षक धमकी देते हैं। यह सिर्फ इसलिए हो रहा है कि हम सत्य के लिए लड़ रहे हैं। संविधान के लिए लड़ रहे हैं। आंदोलन में जेल गए सामाजिक कार्यकर्ताओं ने संवाद के दौरान कहा कि बनारस गंगा-जमुना तहज़ीब की धरती है, यह बात संघ परिवार की आंखों में चुभती है। भाजपा सरकार लगातार सीएए-एनआरसी के मामले को हिन्दू-मुसलमान करना चाहती है लेकिन संघ परिवार को बनारस की जमीन ने कड़ा संदेश दिया है कि संविधान विरोधी इस कानून को जनता स्वीकार नहीं करेगी। आंदोलनकारियों ने कहा कि सरकार जेल और लाठी के दम पर इस संविधान बचाने के मुहिम को रोकना चाहती है लेकिन जेल और लाठी से देश की जनता नहीं डरती है। आंदोलनकारियों ने महासचिव प्रियंका गांधी से बताया कि पुलिस और प्रशासन ने अमानवीयता की सीमा को ताख पर रखकर आंदोलनकारियों को गिरफ्तार किया। 15 माह की चंपक के मां बाप को पकड़ा गया, एक आंदोलनकारी के पिता कैंसर से पीड़ित हैं उसको गैरकानूनी तरीके से गिरफ्तार किया गया। सिर्फ इतना ही नहीं एक आंदोलनकारी के गिरफ्तारी के सदमे से उनके पिता की मौत हो गयी। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि इतने दमन और उत्पीड़न के बावजूद उनके हौसले बुलंद हैं और संविधान बचाने की यह लड़ाई जारी रहेगी।
उसके बाद कांग्रेस महासचिव श्रीमती गांधी ने पुलिसिया हिंसा में मारे गए बजरडीहा के 9 साल के सगीर के परिजनों से मुलाकात की। सगीर की दादी ने महासचिव प्रियंका गांधी को बताया उनका पोता गली में खेलने गया था, किसी को कोई खबर नहीं थी शाम को जब वह घर नहीं आया तो उसकी तलाश हुई तो पता चला कि पुलिस हिंसा में उसकी हत्या हो गयी है। सगीर की दादी ने रोते हुए कहा कि पुलिस ने तो मेरे पोते का अंतिम संस्कार भी रीति रिवाज की तरह नहीं होने दिया, यह कैसी सरकार हैं।
आंदोलनकारियों से बातचीत करते हुए महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि सीएए कानून संविधान विरोधी है और संविधान की रक्षा करना हर एक भारतीय का दायित्व है। भाजपा सरकार लोगों के मौलिक अधिकारों खत्म करना चाहती है। सरकार आमदा है कि लोगों की अभिव्यक्ति की आज़ादी को कुचल दिया जाए लेकिन कांग्रेस पार्टी ऐसा नहीं होने देगी। काँग्रेस पार्टी भारतीय संविधान और नागरिकों के हितों के साथ खड़ी है।
महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि पूरे देश में अराजकता का मौहाल है। वाराणसी में भी अन्य जगह की तरह बर्बर उत्पीड़न और दमन हुआ है। लोगों को गैरकानूनी तरीके से गिरफ्तार किया गया। सिर्फ इतना ही नहीं लोगों के परिजनों को परेशान किया गया और धमकी दी गयी है।
उन्होंने ने आंदोलनकारियों से बातचीत में कहा कि कांग्रेस पार्टी ने सीएए-एनआरसी के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा और दमन के खिलाफ उत्तर प्रदेश के राज्यपाल को ज्ञापन दिया है जिसमें हमने मांग की है कि यूपी सरकार के गृह विभाग और डीजीपी द्वारा तुरन्त आदेश जारी करके पुलिस और सरकार द्वारा किये जा रहे गैर कानूनी, हिंसात्मक और आपराधिक कार्यवाही को तुरन्त रोका जाए।
दूसरी मांग है कि मौजूदा हाईकोर्ट के जज या सेवानिवृत्त हाईकोर्ट के जज की निगरानी में कानूनी ढंग से शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों पर लगाये गये आरोपों की सत्यता और तथ्य की निष्पक्ष जांच का आदेश दिया जाए।
उन्होंने कहा कि हमने मांग की है कि न्यायिक प्रक्रिया पूरी किये बिना सम्पत्तियों को सीज करना या सम्पत्तियों की कुर्की सम्बन्धी प्रक्रिया पर तुरन्त रोक लगाई जाए।
उन्होंने आंदोलन में शामिल छात्रों से कहा कि हमने राज्यपाल से यह मांग की है कि पूरे देश की तरह प्रदेश में भी छात्र शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं उनपर किसी भी तरीके की कार्रवाई नहीं होनी चाहिए।
मुलाकात के बाद महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी ने बाबा विश्वनाथ मंदिर में दर्शन किया।उसके बाद एयरपोर्ट रवाना हुई।

रिपोर्टर-:महेश पाण्डेय वाराणसी

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