कस्बे मे लगातार बढ़ रहा है डेंगू का प्रकोप, पत्रकार के बेटे को हुआ डेंगू, जाने कैसा होगा बचाव

बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। इन दिनों डेंगू के प्रकोप से लोग दहशत मे है। कस्बे में लगातार डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है अभी तीन दिन पहले ही एक ही परिवार के 5 लोगों को डेंगू हुआ था। रविवार को कस्बे के पत्रकार सौरभ पाठक के बेटे को भी डेंगू पॉजिटिव पाया गया है। उनके बेटे का निजी अस्पताल मे इलाज चल रहा है। आपको बता दें कि डेंगू एक गंभीर बीमारी है जिससे हर साल देश मे हजारों लोगों की मौत हो जाती है। मच्छरों के कारण होने वाली इस बीमारी मे कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं का खतरा बढ़ जाता है जो गंभीर स्थिति मे मृत्यु का कारण भी बन सकती है। एमडी मेडिसिन डॉक्टर आकिल अंसारी ने बताया कि डेंगू के मच्छर साफ पानी मे पनपते है और अक्सर दिन के समय मे काटते है। इनसे बचाव आवश्यक है। डेंगू वायरस से संक्रमित एडीज मच्छर के काटने से डेंगू बुखार होता है। सामान्य तौर पर डेंगू से संक्रमित व्यक्ति को काटने से मच्छरो में यह संक्रमण पहुंच जाता है ऐसे मच्छर अन्य लोगों को संक्रमित कर सकते हैं। डेंगू सीधे तौर पर एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति मे नही फैलता है। मानसून के आखिरी दिनों मे इस बीमारी का खतरा हमारे देश में अधिक बढ़ जाता है। बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर गयास अंसारी ने बताया कि डेंगू के शिकार लोगों में तेज बुखार की समस्या होती है। गंभीर स्थिति में डेंगू का बुखार आंतरिक रक्तस्राव और अंगों की खराबी का भी कारण बन सकता है। कई लोगों में रक्तचाप का स्तर काफी कम हो जाता है जिससे उन्हें शॉक लग सकता है। डेंगू के शुरुआती लक्षण फ्लू की तरह होते हैं जिसके कारण अक्सर लोग इसे पहचान नही पाते हैं। डेंगू के शिकार ज्यादातर लोग एक या दो सप्ताह के भीतर ठीक हो जाते है। कुछ मामलों में गंभीर लक्षणों की स्थिति और समय पर इलाज न मिल पाने के कारण यह जानलेवा भी हो सकती है। पेट में गंभीर दर्द लगातार उल्टी आना मूत्र मल या उल्टी से खून आने जैसे लक्षण गंभीर स्थिति के संकेत हो सकते है। डेंगू से बचाव के लिए घर व आसपास पानी इकट्ठा न होने दे। कूलर, गमले, टूटे फूटे बर्तन व पुराने टायरों आदि में पानी जमा न होने दे। पानी की टंकी व बर्तन को सही तरह से ढककर रखे। खिड़की दरवाजों पर बारीक जाली लगवाएं। मच्छर से बचाव को शरीर को ज्यादा ढकने वाले कपड़े पहने। फ्रिज के नीचे रखी हुई पानी इकट्ठा करने वाली ट्रे को खाली करते रहे। ताजा बना भोजन का सेवन करें, बासी भोजन न खाएं।।

बरेली से कपिल यादव

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