हरिद्वार/रूड़की- झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल की मुश्किलें कम होती नजर नही आ रही हैं। फर्जी प्रमाण पत्र मामले से लेकर सरकारी आवास पर कब्जा करने का आरोप दिन व दिन बड़ा रूप लेता नजर आ रहा है। अब आवास कब्जाने वाले मामले में सिंचाई महासंघ की प्रदेश संगठन ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर उक्त आवास को खाली करवाने की मांग की है और खाली न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
राजकीय सिंचाई महासंघ उत्तराखण्ड की रूड़की शाखा ने झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल और उनकी पत्नी पर अवैध रूप से सरकारी आवास ओर कब्जा करने का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि झबरेड़ा विधायक की पत्नी वैजयन्ती माला के नाम रुड़की मुख्यालय में ए-71/2 आवंटित है इसके अतिरिक्त विधायक द्वारा आवास संख्या ए-71/4 व ए 44/1 पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया। इस बाबत संगठन की रुड़की शाखा की ओर से एक पत्र आवास आवंटन समिति के अध्यक्ष एवं अधीक्षण अभियंता और उसकी प्रतिलिपि प्रदेश संगठन को भेजकर आवास से कब्जा हटवाकर पात्र अधिकारियों और कर्मचारियों को देने की मांग की थी ऐसा न होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी गयी थी।उस पत्र के भेजने के बाद किसी प्रकार की कोई कार्रवाई न होने पर अब प्रदेश संगठन ने मोर्चा संभाल लिया है प्रदेश संगठन की ओर से अब इस बाबत मुख्यमंत्री को पत्र भेजा गया है और विधायक कर्णवाल के अलावा अन्य जनप्रतिनिधयों व गैर विभागीय कर्मचारियों द्वारा सिंचाई विभाग के आवासों को कब्जा मुक्क्त करवाने की मांग की है। प्रदेश अध्यक्ष रमेश रमोला और माहामंत्री पूर्णानंद नौटियाल द्वारा भेजे गए पत्र में कहा गया है कि जल्द आवास खाली करवयाएँ जाएं ताकि महासंघ को आंदोलन जैसा अप्रिय निर्णय न लेना पड़े।
– रूडकी से इरफान अहमद की रिपोर्ट