ऐ भीष्म तुम्हारा पौरुष भी सदियों धिक्कारा जाएगा: समीक्षा सिंह

बरेली। जब चीरहरण सा दृश्य भी निहारा जाएगा। तब भीष्म तुम्हारा पौरुष भी धिक्कारा जाएगा। शनिवार को रोटरी भवन मे हुए सावित्री सीमा स्मृति सम्मान समारोह मे कवयित्री समीक्षा सिंह ने अपनी ओजस्वी वाणी से कार्यक्रम मे आये हुए कविता प्रेमियों में जोश भर दिया। मानव सेवा क्लब द्वारा विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी सावित्री सीमा स्मृति सम्मान एवं संस्मरण समारोह का आयोजन किया। इसमे कासगंज से आयी समीक्षा सिंह का काव्य पाठ हुआ और उनको ही सीमा स्मृति सम्मान दिया गया। उनके साथ सावित्री सक्सेना स्मृति साहित्य सम्मान नगर की वरिष्ठ साहित्यकार मीता गुप्ता को प्रदान किया गया। कार्यक्रम मे नारी उत्थान पर मुख्य वक्त्व्य ब्रह्मा कुमारी नीता दीदी का हुआ। उन्होंने कहा कि नारी आज न तो राजनीति के क्षेत्र मे न विज्ञान के क्षेत्र मे, किसी भी क्षेत्र के उत्थान मे नारी की विशिष्ट भूमिका रहती है। अगर नारियां अपने मन को एकाग्रचित्त कर ले तो वो हर तरह के कार्य मे प्रवीणता पाती है। नारी में जब पवित्र भाव जागृत हो जाता है तो समाज भी शुद्ध हो जाता है। हम सबको सद्विचारों को अपनाने का संकल्प लेना होगा ताकि हम भी समाज़ को उन्नत बनाने में योगदान दे सके। जैसा करोगे वैसा होगा मंथन। नारी को सोचना चाहिए कि ये परिवार मुझे ईश्वर ने दिया है इसकी सेवा परमात्मा की सेवा है इसलिए हर नारी को अध्यात्म से जुड़ना चाहिए। कार्यक्रम अध्यक्ष निर्मला सिंह, रमेश गौतम, मधु वर्मा, मीता सिंह, रंजीत पांचाल, मोनिका अग्रवाल व डॉ एनएल शर्मा रहे। इस अवसर पर निर्भय सक्सेना, संभव उन्मुक्त शील, विशेष कुमार, रोहित राकेश, अभय भटनागर, निरुपमा अग्रवाल, कमल सक्सेना, रणधीर प्रसाद गौड़, संजीव अग्रवाल, चित्रा जौहरी, मीना अग्रवाल, मधु वर्मा, कल्पना सक्सेना, कल्पना गुप्ता, मीरा अग्रवाल, अमरजीत, उपेन्द्र सक्सेना, रितेश कुमार, संजय सक्सेना, इंद्रदेव त्रिवेदी आदि उपस्थित रहे।।

बरेली से कपिल यादव

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