एम्स निष्कासित कर्मचारियों ने शुरू किया आमरण अनशन


ऋषिकेश/उत्तराखंड- एम्स ऋषिकेश से निष्काषित पीड़ित कर्मचारियों ने आमरण अनशन शुरू किया | जिसमें केंद्रीय प्रवक्ता यू.के.डी. शांति प्रसाद भट्ट व राजेन्द्र प्रसाद गैरोला ने कहा कि सत्ता पार्टी के प्रतिनिधियों की चुप्पी लिप्त होना बता रहा है एवं अगर जल्द ही सरकार प्रशासन द्वारा न्यायपूर्वक निर्णय नही लिया गया तो आमरण अनशन के बाद उग्र आंदोलन भी होगा जिसकी जिम्मेदारी सरकार एव प्रशासन की होगी ।
मजबूरन कर्मचारियों के लगातार अठारह दिन धरना प्रर्दशन व क्रमिक अनशन करते हुए आज ये वक्त आ गया कि सरकार व प्रशासन के कान में जूं भी न रेंगते जिससे पीड़ित होकर कर्मचरियों ने आमरण अनशन का निर्णय लिया और साथ-साथ भ्रष्टाचार के सामने सरकार को हाथ बंधे हुए प्रदर्शित होता बताया |
वहीं पीड़ित कर्मचारी अमित कंडियाल ने कहा कि सत्ता में मौजूद सरकार के हर एक विधायक, विधानसभा अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष , मुख्यमंत्री, सांसद, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री, पी.एम. ओ. कार्यालय हर जगह मिलने के बाद आश्वाशन मिला परन्तु आश्वासन से यदि कर्मचारियों के घर के चूल्हे जलते और घर चलते तो जरूर आश्वासन के सहारे रहते न कि हम आमरण अनशन के लिए मजबूर होते सरकार के इस आश्वासन को चुप्पी समझे या कोई लिप्त होना समझ नही आ रहा | यदि हमें जल्द ही कर्मचारियों की बहाली नहीं तो हम उत्तराखंड के लोग आगामी नगर निगम चुनाव व लोकसभा चुनाव का नोटा का बटन दबाकर बहिष्कार करेंगे जो कि लोकतंत्र के लिए शर्मिन्दगी की बात है |

वहीं सभी स्थानीय लोगों व समर्थको का यह भी कहना है सभी जनप्रतिनिधियों को पता है कि एम्स ऋषिकेश में क्या हो रहा है उसके बावजूद भी सभी स्थानीय जनप्रतिनिधि भी निदेशक के लिए स्वागत कार्यक्रम तो रखते है ।परंतु आज अपने शहर अपने राज्यों के युवाओं के साथ हो रहे अन्याय के पर चुप्पी साधे बैठे है |
आमरण अनशन में दीपक रयाल एवं साथ में अमित कंडियाल ,अजय बिष्ट, देवेश बहुगुणा ,मुकुल चौहान ,नवीन बहुगुणा, आशीष बलोनी,सुधीर बहुगुणा,सुमेर सिंह, पंकज शर्मा , शैलेन्द्र पंवार ,गौरव कैंथोला, पंकज गुसाई, कुसुम जोशी आदि मौजूद रहे ।
– पौड़ी गढ़वाल से इन्द्रजीत सिंह असवाल

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *