राजस्थान-सादड़ी- भारत के 11 वे राष्ट्रपति और भारतीय मिसाइल के जनक कलाम की पुण्यतिथि आज ज्योतिबा फुले विद्यालय संस्थान में मनाकर मिसाइल मैन को श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।
संस्थाप्रधान प्रवीण प्रजापति ने इस अवसर पर बच्चों को उनकी आदर्श जीवनी के बारे में अवगत करवाते हुए उनसे प्रेरणा लेने की बात कही।
संस्थाप्रधान प्रजापति ने कहा की कलाम ने एक वैज्ञानिक और इंजिनियर के तौर पर डीआरडीओ और इसरो के कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर काम किया है। उनका निधन अकस्मात ही 27 जुलाई 2015 शिलांग में लेक्चर देते वक्त दिल का दौरा पड़ने से हो गया। उस समय पूरे देश मे शोक घोषित किया गया था।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि एबीवीपी पूर्व उपाध्यक्ष सुखाड़िया विश्व विद्यालय उदयपुर एडवोकेट कुलदीप शर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश लूणिया, बिज़नेसमेन योगेश कुमार उदयपुर ने डॉ कलाम के समक्ष दीप प्रज्वलित कर की।
इस मौके पर संबोधित करते हुए एडवोकेट कुलदीप शर्मा ने संस्थाप्रधान के प्रयासों की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे बिडले ही विद्यालय मिलते है जो सभी महापुरुषों की जयंती व पुण्यतिथिया मनाते है। एवम विद्यार्थियों में देश सेवा का स्वभाव जाग्रत करने का निरंतर प्रयास करते है।
एडवोकेट शर्मा ने आगे एपीजे अब्दुल कलाम पर बोलते हुए कहा कि कलाम अपने व्यक्तिगत जीवन में पूरी तरह अनुशासन का पालन करते हुए वे जीवनभर शाकाहारी रहे। वे मुस्लिम समुदाय से होते हुए भी कुरान व भगवद गीता दोनों का अध्ययन करते थे।कलाम की इच्छा थी कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की भूमिका विस्तार हो और भारत ज्यादा से ज्यादा महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए एक महाशक्ति बने। योगेश कुमार ने कहा कि भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्यौगिकि के कुलपति भी रह चुके थे।अध्यापक नारायण राईका ने भी संबोधित किया।इस अवसर पर पूरा स्कूल स्टाफ उपस्थित रहा।