पूर्णिया/बिहार- चुनाव को मद्देनजर देखते हुए पुलिस प्रशासन ने एक बड़ा फैसला लिया है । एडीजी (मुख्यालय)ने बिहार के सभी जिला पुलिस अधीक्षक और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की दिशा निर्देश जारी किया है कि रोजाना कम से कम एक अपराधी की गिरफ्तारी हो । और हो रहे अपराध पर नकेल कसे । अगर ऐसा नही होता है तो । लापरवाह अफसर के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा । इस बात को लेकर पूरे बिहार में पुलिस महकमा और अपराधी में हड़कंप मचा हुआ है । अपराधी या तो राज्य छोड़ने को तैयार है या फिर अंडर ग्राउंड होने की तैयारी में है । बता दे कि पिछले कुछ समय मे बिहार में अपराध का ग्राफ बढ़ता ही चला गया है । अपहरण , फिरौती, हत्या ,और लूट जैसे घटनाओ का जैसे बाद सा आ गया है ।
इससे पूर्व बीते मार्च में डीजीपी केएस द्विवेदी ने पदभार संभालने के बाद राज्य के सभी थानेदारों को टास्क देते हुए थाना स्तर पर रोजाना एक वांछित आरोपी की गिरफ्तारी के आदेश दिए थे। हालांकि विभिन्न जिलों से मिले रिपोर्ट की समीक्षा के दौरान लंबित मामलों में हुई गिरफ्तारी को पुलिस मुख्यालय ने संतोषजनक नहीं माना है। बहरहाल मुख्यालय द्वारा जारी ताजा निर्देश में स्पष्ट कहा गया है कि बार-बार याद दिलाने के बाद भी संगीन अपराध में वांछित आरोपियों की गिरफ्तारी में अपेक्षित वृद्धि नहीं होने के कारण उसका प्रतिकूल असर अपराध व विधि-व्यवस्था पर भी पड़ता है।
10 महीने में 14 हजार 452 अपराधी गिरफ्तार
राज्य के विभिन्न जिलों में बीते 10 महीने में संगीन मामलों से जुड़े 14 हजार 452 अपराधियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है। इस दौरान कुल 1 लाख 74 हजार आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। यानी हर माह आैसतन 17 हजार से अधिक आरोपी या अपराधी पकड़े जा रहे हैं।
– पूर्णिया से शिव शंकर सिंह की रिपोर्ट