बरेली। कोरोना संक्रमित होने के बाद बावजूद अधिकांश लोगों की एंटीजन जांच मैं नेगेटिव आ रही है जबकि आरटी-पीसीआर जांच मे तीन दिन से एक सप्ताह का समय लग रहा है। इससे कोरोना के लक्षण पाए जाने वाले मरीजों को सीने का सीटी स्कैन और एक्सरे कराना पड़ रहा है। इसके बाद ही चिकित्सक कोरोना का उपचार शुरू करते है। दिक्कत यह है कि कई बार डॉ एंटीजन किट से की गई जांच रिपोर्ट को देखकर मरीजों को कोविड अस्पताल से अवकाश दे देते है। किसी मरीज मे कोरोना के लक्षण पाए जाने पर तीन तरह से जांच कराई जाती है। सबसे पहले एंटीजन किट से जांच की जाती है। दूसरी आरटी-पीसीआर और तीसरी जांच ट्रूनॉट मशीन से होती है। कोरोना संक्रमण का नया स्वरूप एंटीजन किट से होने वाली जांच रिपोर्ट ठीक नहीं आ रही है। कोरोना संक्रमण के लक्षण होने के बावजूद तमाम मरीजों की एंटीजन किट से जांच रिपोर्ट निगेटिव आ जाती है जबकि आरटी-पीसीआर से रिपोर्ट पॉजिटिव आ जाती है। इसमे एंटीजन किट से होने वाली जांचों पर सवाल उठने लगे हैं। जिले मे अधिकांश लोग बुखार, खासी, जुकाम, बदन दर्द और सिरदर्द के शिकार हो रहे हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 1 जनवरी से 15 मई तक 2914367 सैंपल लिए गए जिसमें 7312 लोगों की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। बाकी 2907055 लोगों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। इनमें 60 फीसदी से अधिक एंटीजन किट से की गई थी। एंटीजन किट से जांच रिपोर्ट आने वालों में करीब 40 फीसदी लोगों में कोरोना के लक्षण पाए जा रहे हैं। एंटीजन किट से जांच कराने वाले तमाम लोगों ने अपना आरटी-पीसीआर का सैंपल भी कराया, लेकिन उन्हें रिपोर्ट के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। मरीज की हालत बिगड़ते देख चिकित्सक की सलाह पर परिजन सीटी स्कैन कराते है। इसमें मरीजों का सीटी वैल्यू 18- 25 तक आ रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.एसके अग्रवाल ने बताया कि कोरोना के लक्षण पाए जाने वाले मरीजों की अगर एंटीजन किट से जांच रिपोर्ट निगेटिव आती है तो उन्हें आरटी-पीसीआर कराना चाहिए। 300 बेड कोविड अस्पताल के प्रभारी सीएमएस डा.वागीश वैश्य बताते हैं कि एंटीजन किट की जांच वैल्यू 30 तक ही होती है। यह किट वायरल लोड अधिक होने पर ही पॉजिटिव बताती है। वरना रिपोर्ट निगेटिव आती है। इधर वायरस का दोहरा स्वरूप होने के कारण अधिक दिक्कतें आ रही है। इसलिए कोरोना के लक्षण होने पर एंटीजन किट से जांच रिपोर्ट पॉजिटिव है तो ठीक है, अगर रिपोर्ट निगेटिव है तो आरटी-पीसीआर और सीटी स्कैन जरूर कराना चाहिए।।
बरेली से कपिल यादव