उर्स ए शराफतीः दरगाह पर पहुंचे चादरों के जुलूस, राष्ट्रीय एकता पर दिया बल

बरेली। उर्स ए शराफती के तीसरे दिन बुधवार को दरगाह पर दिनभर चादरों के जुलूस पहुंचते रहे। उलमा ने तकरीरी कार्यक्रम में राष्ट्रीय एकता और सामाजिक सद्भाव पर बल दिया। उर्स में गुरुवार सुबह 11 बजे कुल शरीफ की रस्म अदा की जाएगी। बुधवार की रात में दीवानखाना चौराहे पर तकरीरी कार्यक्रम की शुरुआत कुरान की तिलावत से हुई। प्रोफेसर महमूद उल हसन, मौलाना रिफाकत नईमी ककरालवी, मौलाना मुफ्ती फहीम अजहरी ने राष्ट्रीय एकता और सामाजिक सद्भाव आपसी प्रेम अमन-चैन पर बल दिया। इसके अलावा शराफत मियां के जीवन और उनकी खिदमात पर रोशनी डालते हुए बताया कि शाह शराफत अली मियां ने तमाम उम्र अल्लाह को राजी और खुश करने में गुजारी। कार्यक्रम की निजामत मुख्तार सकलैनी ने की। दरगाह प्रमुख गाजी मियां की सरपरस्ती में सभी कार्यक्रम किए जा रहे है। कार्यक्रम मे सादकैन मियां, हाफिज गुलाम गौस, गुलाम मुर्तुजा, मोहम्मद हमजा, मुनीफ सकलैनी, मुंतासिब सकलैनी, असदक सकलैनी, हाजी लतीफ सकलैनी, मौलाना रूम्मान कादरी, हाफिज कादिर सकलैनी, मौलाना नफीस, हाफिज जाने आलम, हसीब रौनक, मौलाना अनवार दौलपुरी, हाफिज जाने आलम, मौलाना मुख्तार, हाफिज आमिल, जिया राशिद सकलैनी, इंतजार हुसैन, आदि मौजूद रहे। वही उर्स ए शराफती के तीसरे दिन दरगाह पर जायरीन की भीड़ बढ़ने लगी है। बुधवार सुबह सबसे पहले कुरानख्वानी का आयोजन किया गया। देश के कई हिस्सों से आए जायरीन ने दरगाह पर हाजिरी देकर चादरपोशी की। संभावित भीड़ को देखते हुए स्थानीय पुलिस-प्रशासन सतर्क है। जायरीन की सुरक्षा एवं सुविधा को लेकर पीएसी और स्थानीय पुलिस फोर्स की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। नावल्टी, कुतुबखाना, घंटाघर, कोहाड़ापीर, जाटवपुरा, मूर्ति नर्सिंग होम, ब्रह्मपुरा बजरिया, सरायखाम आदि जगह पर भी पुलिस को तैनात किया गया है।।

बरेली से कपिल यादव

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