बरेली। रविवार को 58वें उर्स ए शराफती का पोस्टर दरगाह परिसर मे प्रेस वार्ता करने के दौरान जारी किया गया। सोमवार को परचम कुशाई की रस्म अदा की जाएगी। 1 से 4 सितंबर तक उर्स के कार्यक्रम दरगाह परिसर में आयोजित किए जाएंगे। दरगाह कमेटी की तरफ से बताया गया कि उर्स की सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। दरगाह के प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी हमजा सकलैनी ने बताया कि इस साल 58वें उर्स ए शराफती की परचम कुशाई की रस्म 25 अगस्त को अदा की जाएगी। चार दिवसीय उर्स का आयोजन दरगाह पर होगा। पुलिस प्रशासन को भी उर्स के कार्यक्रम की जानकारी दे दी गई है। इसके अलावा नगर निगम, विद्युत विभाग से भी उर्स में सहयोग की मांग की गई है। शाह सकलैन एकेडमी के सचिव हाजी लतीफ सकलैनी ने बताया कि परचम कुशाई की रस्म में रामपुर, शाहजहांपुर, पीलीभीत, मुरादाबाद, बदायूं आदि जिलों एवं उत्तराखंड के बड़ी तादाद में अकीदतमंद शामिल होंगे। परचम का जुलूस कच्ची मस्जिद, ब्रह्मपुरा, दीवानखाना चौक, भूड़, कोहाड़ापीर, नैनीताल रोड, कुतुबखाना, गली मनिहारान होता हुआ वापस दरगाह पर आकर संपन्न होगा। परचम कुशाई के बाद 26 से 31 अगस्त तक शहर के विभिन्न क्षेत्रों मे जश्ने शाह शराफत मियां के कार्यक्रम होंगे। 1 सितंबर को कुरानख्वानी होगी। रात मे दरगाह पर ऑल इंडिया तरही मुशायरा होगा। 2 सितंबर को रात में दीवानखाना चौक पर तकरीरी कार्यक्रम होगा। 3 सितंबर को उलमा की तहरीर होगी। उर्स के अंतिम दिन 4 सितंबर को सुबह 11 बजे कुल शरीफ की रस्म अदा की जाएगी। इस मौके पर हमजा सकलैनी, मौलाना मुख्तार सकलैनी, गुलाम मुर्तजा सकलैनी, मौलाना रुम्मान सकलैनी, हाफिज जाने आलम सकलैनी, हाजी लतीफ सकलैनी, इंतजार हुसैन, मेराज सकलैनी, आफताब सकलैनी, फैसल सकलैनी, सैयद राशिद, सैयद आमिर, राशिद सैयद मोहसिन आलम, जमील सकलैनी समेत अन्य लोग मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव