उत्तराखंड /देहरादून- केन्द्र सरकार की प्रसाद योजना के अंतर्गत श्रीबद्रीनाथ धाम में तीर्थयात्रियों के सुविधार्थ अवसंरचना विकास के लिये भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने 3923.64 लाख (उनतालीस करोड तीन लाख चौसठ हजार रूपये) की योजना को मंजूरी दे दी है। परियोजना का मुख्य उद्देश्य देश-विदेश से बद्रीनाथ धाम पधारने वाले यात्रियों को न्यूनतम समय में दर्शन की सुविधा मुहैया कराना है ताकि उन्हें तीर्थ यात्रा में किसी प्रकार की तकलीफ न हो। यात्रा को अधिक सुगम व सरल बनाया जा सके। इस परियोजना में बद्रीनाथ धाम मन्दिर परिसर में श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए चेंजिंग रूम, क्लॉक रूम, भोजनालय तथा सूचना केन्द्रों से युक्त वेटिंग हॉल के साथ-साथ यात्रा-काल के दौरान अचानक बढ़ने वाली भीड़ को ध्यान में रखते हुये कार-पार्किंग तथा आस्था-पथ के निर्माण का प्रस्ताव है।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर जो कि इस परियोजना के नोडल अधिकारी भी हैं ने जानकारी दी है कि उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद इस परियोजना की क्रियान्वयनकारी संस्था होगी और यह विश्वास दिलाया कि आगामी दो वर्षों की अवधि में बद्रीनाथ धाम श्रद्धालुओं के सर्वाधिक पंसदीदा गन्तव्यों में से एक होने जा रहा है। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा परियोजना की धनराशि 5 कितों में उपलब्ध करायी जायेगी और शीघ्र ही परियोजना की भौतिक, व वित्तीय प्रगति की निगरानी के लिये, समिति का गठन किया जायेगा, जो कि केन्द्र सरकार को अपनी मासिक रिपोर्ट प्रेषित करेगी ताकि उच्च स्तर पर पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके।
योजना के अन्तर्गत मन्दिर परिसर में तप्तकंुड, वंनारदकुंड के निकट चेंजिंग रूम का निर्माण किया जाना है जबकि प्रदूषण की समस्या से निजात पाने के लिये अवशिष्ट-प्रबन्धन, बन्द नालियांे के निर्माण का भी प्रावधान किया गया है। योजना का अन्य आकर्षण ‘आस्था-पथ‘ होगा, जिसमें बमनी नाले पर पैदल पुल का निर्माण, प्राथमिक उपचार केन्द्र, कूड़ेदानों तथा मार्ग के दोनों ओर यात्रियों की सुविधा के लिए सौर प्रकाश, बैंचों के निर्माण की व्यवस्था है। परियोजना के अन्तर्गत ‘यात्री सुविधा केन्द्र’ का निर्माण किया जायेगा और यात्रा के दौरान होने वाली वाहनों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बड़ी पार्किग का निर्माण किया जायेगा।
-पौड़ी से इन्द्रजीत सिंह असवाल की रिपोर्ट