उत्तराखंड : ढुंगमंदार में आक्रमक बाघ की बढ़ती दहशत

उत्तराखंड- बूढाकेदार में बाघ का आतंक देखकर आखिर क्यों सोया है प्रशाशन ? क्या हो रहा है एक बड़ी दुर्घटना का इन्तजार ?कँहा है , ढुंगमंदार के वर्तमान जनप्रतिनिधि ,सामजिक कार्यकर्त्ता कहे जाने वाले लोग ?
कुछ समय पूर्व से ही ढुंगमंदार की कस्तल, मंदार, म्युण्डी,भट्टवाड़ा,आदि ग्राम सभाओं में बाघ का ख़ौफ़ बना हुआ है ,बाघ दिन के दिन पालतू जानवरों को घर से ही उठा कर मार गिरा रहा है ,यंहा तक की बाघ ने अब इंसानो पर भी हमला करना शुरू कर दिया है ..लेकिन बाघ पकड़ने के लिए लोगों की पिंजरे की मांग करने के बावजूद अभी तक प्रशाशन ने इस विषय पर कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया !कुछ समय पहले ढुंगमन्दार के ग्राम कस्तल में एक नन्ही बच्ची को बाघ ने निवाला बनाया था थोड़े ही दिनों में बाघ भी पकड़ा गया लेकिन उस परिवार का दुःख कोई भी नही समझ सकता जिन्होंने अपनी नन्ही बच्ची खोयी ,
उस दिन भी बड़े बड़े नेता पहुंचे थे ,सभी ने दुःख जताया और और फ़ॅसबुक में बड़ी बड़ी पोस्ट हुई__ दुखद घटना ,
मानता हूँ की वो एक बेहद दुखद घटना थी लेकिन फिर से वही गलती क्यों दोहराई जा रही है ,क्या जनता की मदद तब ही होगी जब उन्हें अपनी जान की कीमत कुर्बान करनी होगी ? आखिर क्यों हो रहा है एक बड़ी अप्रिय दुर्घटना का इन्तजार क्यों नही जाग रहा है प्रशाशन ,और कँहा है ढुंगमंदार के वे जनप्रतिनिधि जिन्हें जनता ने अपने समस्या का निवारण करने को चुना ? ताकि वे अपने क्षेत्र की समस्या को लेकर जनता का भला कर सकें , या उन्हें अपने प्रोग्राम व मीटिंग्स से फुरसत नही ……क्या जनता ने आपको इस लिए चुना की आप एक बार जीत जाएँ और उसके बाद उन्हें भूल जाएँ उनकी समस्याएं , को प्रशाशन तक अवगत कराने व हल करने का काम आपका है ,जिन जिम्मेदारियों के लिए जनता ने आपको चुना है उन्हें समझिये और पूरा कीजिये …लेकिन हमारे जनप्रतिनिधियों को तो पता ही नही होगा की क्षेत्र में क्या समस्याएं है क्योंकि उनके पास हमारे लिए समय ही नही है ,और अगर बाघ इस बीच किसी भी दुखद घटना को अंजाम देता है तो इसके लिए प्रशाशन व आप जिम्मेदार होंगे °°
और यह कोई पार्टी या व्यक्ति विशेष का विरोध नही बल्कि जनता की जान का सवाल है ?
अगर , ढुंगमंदार के किसी भी वर्तमान जनप्रतिनिधि ने इस मामले को संज्ञान में लेकर प्रशाशन को अवगत कराया हो ,और जल्द से जल्द इस विषय पर उचित कार्यवाही की मांग की हो तो आप इस पोस्ट के माध्यम से जनता को भी बताये की आपने कहीं तो जनता के लिए कुछ अच्छा करने की कोशिस की है ..
सभी क्षेत्र वासियों का कहना है कि अगर प्रशाशन जल्द से जल्द बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरे व वन विभाग के सिपाहियों को तैनात नही करता है ,तो सभी को पिंजरे की मांग को लेकर उघ्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा

साभार राजपाल नेगी

इंद्रजीत सिंह असवाल

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