उत्तराखंड: टिहरी HCC से निष्कासित कर्मचारियों के समर्थन में उतरी उत्तराखंड संघर्ष समिति

पौड़ी गढ़वाल- एच सी सी स्टाफ व वर्कर यूनियन खांडाखाला भगीरथपुरम टिहरी उत्तराखंड के निष्कासित 215 कर्मचारियों ने उत्तराखंड संघर्ष समिति से समर्थन मांगां है। समर्थन के मुद्दे पर उत्तराखंड संघर्ष समिति के सदस्यों ने कहा कि वे पहाड़ के निवासियाें का समर्थन करेंगें इस मामले में उत्तराखंड संघर्ष समिति के सदस्य फाैरन टिहरी जाकर इस अनिश्चित कालीन हडताल काे समर्थन देंगें व इस हक की लड़ाई काे हरहाल में जीतेंगें। उत्तराखंड संघर्ष समिति से डी पी एस रावत प्रदीप बाैंठियाल इंद्रजीत सिंह असवाल मंगत सिंह रमाेला सागर रावत प्रभु पाल सिंह रावत भगत सिंह नेगी चरण सिंह नेगी आदि ने इस हडताल पर अपनी रणनीति तैयार की।

यह मामला टिहरी परियोजना में कार्यरत HCC कंपनी से निष्कासित 215 कर्मचारियों की अनिश्चित कालीन हड़ताल जारी है। जनपद टिहरी गढ़वाल के टिहरी परियोजना के द्वितीय चरण में कार्यरत HCC कंपनी के द्वारा स्थानीय कर्मचारियों के साथ कार्य प्रारंभ करने से ही भेदभाव की नीति बनाई जा रही है। आपको अवगत करा दूं कि कंपनी प्रबंधक के द्वारा सदैव में मासिक भुगतान विलंब से दिया जाता है इसी क्रम में प्रबंधन के द्वारा माह जनवरी से अप्रैल तक वेतन कर्मचारियों को नहीं दिया गया बल्कि एवज में दिनांक 05/ 04 /2018 को प्रबंधन के द्वारा कर्मचारी संगठन को लिखित में 20/4 /2018 तक विगत 3 माह के मासिक वेतन के भुगतान का आश्वासन दिया गया परंतु प्रबंधन के द्वारा स्थिति त्यागी वेतन का भुगतान नहीं किया गया महाप्राण में सभी के अन्य मामलों की भांति अधिक होते हैं जिस वजह से कर्मचारी आक्रोशित हो गए तथा कार्य संपूर्ण रूप से बंद कर दिया गया इसके उपरांत प्रबंधन के द्वारा 26 अप्रैल 2018 को विगत 3 माह का भुगतान सभी कर्मचारियों को किया गया सभी कर्मचारी दिनांक 26 अप्रैल 2018 को ही अपने अपने कार्य पर लौटने के लिए कार्य स्थल पर उपस्थित हो चुके थे परंतु प्रबंधन के द्वारा उनकी समय सूचना पट्ट पर सूचना चस्पा दी गई जिसमें लिखा था कि विगत 5 दिन का वेतन कर्मचारियों को नहीं दिया जाएगा जिस वजह से कर्मचारी आक्रोशित हो गए जिन्हें समझाने में संगठन नाकाम रहा इससे प्रतीत होता है कि प्रबंधन के द्वारा यह जानबूझकर कार्य बंद करवाने हेतु किया गया क्योंकि इस स्थिति में यह सूचना चस्पा करना बुद्धिमता नहीं हो सकती जिस कारण परियोजना का संपूर्ण कार्य और होगा इसके उपरांत कई दिनों तक कार्य बंद रहा परंतु संगठन के कार्य प्रारंभ करवाने के भरसक प्रयास करता रहा तथा दोनों पक्ष से समय-समय पर वार्ता करता रहा इसी वार्ता के तहत संगठन के द्वारा 14 मई 2018 को बिना शर्त कार्य प्रारंभ करने का पत्र प्रबंधन को देने का प्रयास किया गया जिस पर प्रबंधन के द्वारा समय मांगते हुए इसे 2 दिन उपरांत करने का मौखिक आश्वासन संगठन को दिया गया दिनांक 16 मई 2018 को संगठन के द्वारा उनको बिना शर्त कार्य कराने का पत्र देने का प्रयत्न किया गया परंतु प्रबंधन के द्वारा आर्थिक स्थिति सही न होने की बात कहकर इस पत्र को भी नकार दिया गया तथा कार्य प्रारंभ करवाने में कोई रुचि नहीं दिखाई दे संगठन के किसी भी पदाधिकारी से वार्ता के बिना 27 जून 2018 को रात्रि को 215 स्थानीय कर्मचारियों के निष्कासन की सूची सूचना पट्ट पर चस्पा दी गई सती निष्कासित कर्मचारियों का मानदेय अभी का भुगतान भी बिना किसी राह किताब के उनके खातों में भर दिया गया संगठन के अध्यक्ष युवा महासचिव को 26 जून 2018 से 29 Jun 2018 तक कंपनी के मुख्यालय एक सभा हेतु बुलाया जाए निष्कासित सभी 215 कर्मचारी परियोजना के किसी न किसी रूप से प्रभावित हैं जिन्होंने अपना सब कुछ परियोजना को दे दिया है अतः उपरोक्त विषय आपको अवगत कराना है की पूरी घटना प्रबंधन के द्वारा जानबूझकर की जा रही है अपनी आर्थिक स्थिति परियोजना के कार्यकर्ता के संज्ञान में लें तथा कंपनी प्रबंधन को 215 कर्मचारी कामगारों को नियुक्त दिलवाने हेतु निर्देशित करें।

– पौड़ी गढ़वाल से इन्द्रजीत सिंह असवाल

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