नई दिल्ली – पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी शुक्रवार को पंचतत्व में विलीन हो गए. अब उनकी अस्थियां विसर्जित करने की तैयारी चल रही है. उत्तराखंड के हरिद्वार के साथ उत्तर प्रदेश की नदियों में अस्थियां प्रवाहित करने पर विचार किया जा रहा है.
शुक्रवार शाम दिल्ली के राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. गम और आंसुओं के बीच उनकी बेटी नमिता ने कांपते हाथों से वाजपेयी की चिता को मुखाग्नि दी. महान नेता के आखिरी सफर में भारी जनसैलाब उमड़ा.
अब रविवार को उनकी अस्थियों को गंगा नदी में प्रवाहित किया जाएगा. उत्तराखंड के हरिद्वार में हर की पौड़ी पर ब्रह्मकुंड में अस्थि विसर्जन का कार्यक्रम होने की उम्मीद है. कार्यक्रम में बीजेपी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ हजारों कार्यकर्ता शामिल हो सकते हैं. अस्थि विसर्जन की तैयारियों के लिए बीजेपी के प्रदेश महामंत्री नरेश बंसल हरिद्वार पहुंचे और स्थानीय नेताओं के साथ बैठक की.
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ऐलान कर चुके हैं कि अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां सूबे की छोटी और बड़ी सभी नदियों में विसर्जित की जाएंगी. उन सभी नदियों में अस्थियों का विसर्जन होगा जो यूपी से निकलती हैं या राज्य से होकर गुजरती हैं. सभी नदियों में अटल जीकी अस्थियां विसर्जित के पीछे मकसद है कि ये नदियां जहां से भी होकर गुजरेगी, वहां के लोग अटल जी के साथ एक जुड़ाव महसूस करेंगे.