बिजनौर/शेरकोट – आज सुबह आरटीओ खड़े होने की आवाज सुनकर स्कूली वाहनों तथा डग्गामार वाहनों में हड़कंप मच गया। स्कूली वैन चालक अपने अपने बच्चों को इधर-उधर छुपाने में लग गये। नगर से चल रही है स्कूली वैन बच्चों को लेकर धामपुर जाती हैं परंतु इन स्कूली वाहनों के पास न तो कागज पूरे होते हैं और न ही चालक के पास लाइसेंस स्कूली वाहन भी इतने खटारा कि आए दिन दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। आरटीओ खड़े होने की सूचना से जहां एक तरफ डग्गामार वाहन चालकों के होश उड़ गए वहीं दूसरी तरफ पढ़ने जा रहे स्कूली छात्र छात्राओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा तथा तमाम बच्चे तो स्कूल नहीं पहुंच पाए इससे उनकी पढ़ाई का भारी नुकसान हुआ। यह वाहन चालक प्रति बच्चे से 500 से लेकर ₹700 तक प्रतिमाह वसूलते हैं परंतु अपने वाहन के कागज पूरे नहीं रखते और सरकार को टैक्स देना उचित नहीं समझते। एक दिन की पढ़ाई का नुकसान होने से अभिभावकों को चिंता हो गई है अगर वाहन चालक अपने कागज वह लाइसेंस पूरे रखें तो पढ़ाई का नुकसान न हो। और सरकार को भी राजस्व लाभ पहुंचे।
रिपोर्ट- डी के शर्मा विकार अंजुम