राजस्थान/बाड़मेर- आगामी 28 सितम्बर को होने वाली वर्ष 2024 की तृतीय राष्ट्रीय लोक अदालत के संबंध में सोमवार को जिला एवं सेशन न्यायाधीश मंछाराम सुथार के निर्देशानुसार मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के न्यायाधीश विक्रम सिंह की अध्यक्षता में न्यायिक अधिकारीगण की बैठक आयोजित हुई। इसमें एमएसीटी जज विक्रम सिंह ने कहा कि त्वरित और सुगम न्याय के लिए राष्ट्रीय लोक अदालतों का आयोजन किया जाता है। लोक अदालत की भावना से राजीनामा के जरिए निस्तारित होने वाले प्रकरणों में सभी पक्षों को लाभ मिलता है। इस तरह लोक अदालत आमजन के लिए सुगम न्याय का द्वार है।
उन्होंने कहा कि सभी न्यायिक अधिकारी अपने न्यायालयों में लंबित राजीनामा उन सभी प्रकरणों को चिह्नित करें, जिनमें राजीमाना के जरिए निस्तारण हो सकता है। साथ ही सभी पक्षकारों से राजीनामा के लिए समझाइश करें। लोक अदालत में प्रकरण निस्तारित होने से पक्षकारों को न्याय हेतु अनावश्यक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने राष्ट्रीय एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार प्रकरणों के निस्तारण के लिए अधिक से अधिक प्रयास करने के लिए कहा।
इस अवसर पर एडीजे-2 पीयूष चौधरी, सीजेएम गरिमा सौदा, एसीजेएम-1 अंकुर गुप्ता, प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट जेजेबी मनीषा चौधरी, जेएम राधिका सिंह चारण, ग्राम न्यायाधिकारी अनुभव तिवारी, एजेएम-1 कृतिका गहलोत, एजेएम-2 वैदानी सिंह राजपुरोहित उपस्थित रहे।
– राजस्थान से राजूचारण