पिंडरा/वाराणसी-एक तरफ जहाँ सरकार भूमाफिया के ऊपर लगाम लगाने के लिए प्रतिदिन अधिकारियों को आदेश दे रही है वही फ़ुलपुर थाने से मात्र एक किमी दूर स्थित राष्ट्रीय मार्ग पर ग्राम समाज की करोड़ो रुपये की भूमि पर निर्माण कार्य कराए जाने का मामला प्रकाश में आया है। जबकि इस बाबत आईजी और एसडीएम ने फ़ुलपुर पुलिस को जब सख्त निर्देश दिया तो काम रुका था। लेकिन रविवार को फिर ईंट गिराने पर पुलिस ने तत्काल निर्माण कार्य रोकवा दिया।
बताया जाता है कि वाराणसी-जौनपुर मार्ग पर थरी ग्राम सभा की 15 बिस्वा जमीन को अभिलेखों में फ़ेरबदल कर कतिपय लोगों ने अपना नाम चढ़वा लिया था। जिसपर आपत्ति दर्ज कराई गई।जिसपर एसडीएम पिंडरा डॉ एन एन यादव ने सुनवाई के बाद दर्ज नाम को खारिज कर दिया था। लेकिन भूमाफिया लोगों की नजर उस जमीन पर गढ़ी थी। गत माह से काम चल रहा था। ग्रामीणों को झांसा देने के लिए माफिया किस्म के लोगों ने उसी एक ब्यक्ति की जमीन बताते हुए कब्जा कर रहे थे। लेकिन जब इसकी सही जानकारी हुई तो ग्राम प्रधान गुड़िया देवी व गुड्डू राजभर ने ततकालीन इंस्पेक्टर विजय प्रताप सिंह के यहाँ पहुचे लेकिन कोई सुनवाई न होने पर मुख्यमंत्री को जनसुवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई और एसडीएम पिंडरा को पत्रक दिया।जिसपर एसडीएम ने पत्रावली का अवलोकन करने तथा ग्राम प्रधान गुड़िया देवी के प्रार्थना पत्र पर तुरन्त सुनवाई करते हुए इंस्पेक्टर फ़ुलपुर को रोकने का आदेश दिया।जिसपर पुलिस मौके पर पहुची और निर्माण कार्य रूकवाया।
लेकिन रविवार को फिर निर्माण शुरू करने की कोशिश की तो ग्राम प्रधान गुड़िया देवी ने पुलिस को स्थगन आदेश दिखाते हुए तुरन्त रोकने की मांग की और इसने क्षेत्रीय लेखपाल की भूमिका को भी संदिग्घ बताया। यही नहीं गत समाधान दिवस पर भी आईजी ने पुलिस व लेखपाल को डांट पिलाई थी।लेकिन उसके बाद भी लेखपाल के रिपोर्ट न लगाने से भूमाफिया लोगो की नजर उसपर गड़ती जा रही है।इस बाबत एएसपी/ थाना प्रभारी डॉ कौस्तुभ ने तुरंत कार्यवाही करते हुए काम रोकवाई।
ग्रामीणों के मुताबिक लबे रोड स्थित 15 बिस्वा उक्त भूमि की कीमत 4 करोड़ के ऊपर की है।
रिपोर्टर-:महेश पाण्डेय ब्यूरो चीफ वाराणसी मण्डल