अपोलो अस्पताल ने हार्ट व कैंसर की ओपीडी सेवा का किया शुभारंभ

बरेली। हृदय रोग ऐसी कई स्थितियों का वर्णन करता है जो सीधे आपके हृदय को प्रभावित करती है। यदि समय रहते इसका पता न चले तो रोगी को हृदयाघात या हार्ट फेल भी हो सकता है। इस ओपीडी में हम रोगियों को प्रारंभिक अवस्था से ही अपने ह्रदय स्वास्थ्य का ध्यान रखने एवं बाईपास सर्जरी, वाल्व सर्जरी, कनजेनिटल हार्ट डिसीज, वैस्कुलर सर्जरी, डीवीटी एवं फेफड़ों की सर्जरी सहित सर्वोत्तम उपचार प्रदान करने में मदद करेंगे। यह बातें शहर के बरेली पैलेस में अपोलो मेडिकस के सीनियर हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ विजयंत देवराज प्रेस वार्ता के दौरान कहीं। उन्होंने बताया कि शहर के खुशलोक अस्पताल में अपोलो अस्पताल लखनऊ अपनी ओपीडी सेवाएं की शुरुआत कर दी है जिसका समय सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक रहेगा। प्रत्येक माह के चौथे रविवार को विशेष ओपीडी भी लगाई जाएगी। इसमें हृदय रोग और कैंसर जैसे गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए विशेषज्ञों से परामर्श ले सकते हैं। अपोलो मेडिकल सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल के वरिष्ठ ऑंकोलॉजिस्ट डॉक्टर वैभव श्रीवास्तव ने कहा कि कैंसर वैश्विक स्तर पर मौत का दूसरा प्रमुख कारण है। भारत में प्रत्येक वर्ष कैंसर के 1 मिलियन से अधिक मामले सामने आते हैं। कैंसर का यदि प्रारंभिक अवस्था में निदान किया जाए तो उपचार संभव है। इस ओपीडी की मदद से हम स्तन कैंसर, ओरल कैंसर, लीवर कैंसर, किडनी कैंसर, फेफड़ों के कैंसर, ब्लड कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, आदि सभी प्रकार के कैंसर रोगियों को परामर्श प्रदान करेंगे। खुशलोक अस्पताल के चेयरमैन डॉ विनोद पगरानी ने बताया कि बरेली के लोगों के लिए अपोलो अस्पताल की सुविधाओं का लाभ उठाने का यह शानदार अवसर है। साथ ही पास के छोटे शहरों में रहने वाले लोगों को हार्ट और कैंसर विशेषज्ञों से परामर्श के लिए आप कहीं दूर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। हम अपने अस्पताल में 22 नवंबर से हृदय एवं कैंसर के इलाज के लिए अपोलो मेडिकल के विशेषज्ञों द्वारा परामर्श सेवाएं शुरू करने जा रहे हैं। अपोलो मेडिकस सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक और सीईओ डॉ मयंक सोमानी ने कहा कि डॉ विजयंत देवेंनराज और डॉक्टर वैभव श्रीवास्तव को हृदय एवं कैंसर रोगियों के इलाज का काफी अनुभव है। ओपीडी सेवाओं के साथ हम अपने हार्ट और कैंसर विभाग में मरीजों को बेहतर सेवाएं प्रदान करना चाहते है ताकि लोगों को इलाज के लिए चेन्नई, मुंबई और दिल्ली जैसे बड़े शहरों की ओर रुख ना करना पड़े।।

बरेली से कपिल यादव

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