आजमगढ़- आज़मगढ़ के पवई थाना के फत्तनपुर गाँव निवासी सन्तोष यादव के पुत्र कक्षा 9 के छात्र 15 वर्षीय सचिन का मंगलवार की रात किसी ने अपहरण कर लिया गया था। पुलिस अभी जांच पड़ताल में जुटी ही थी की बुधवार की शाम को गाँव के ही जूनियर हाई स्कूल के पीछे एक कुएं लाश मिलने से सनसनी मच गयी। स्कूल परिसर में ही क्रिकेट खेल रहे बच्चों ने शव देखा तो लोगों को सूचना दी। कुछ ही देर में हज़ारों की भीड़ उमड़ पड़ी और लोगों में जबरदस्त आक्रोश था वहीं सूचना मिलते ही एसपी प्रो0 त्रिवेणी सिंह व अपर पुलिस अधीक्षक नरेंद्र प्रताप सिंह फोर्स के साथ पहुँच गए। लोगों में यह भी आक्रोश था कि पहले तो अपहृत बच्चे के अपहरण को हलके में लिया गया। इसके बाद जब लाश की सूचना दी गयी तो डेढ़ घंटे बाद पुलिस पहुँची। शव को कब्जे में लेने के लिए पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ रही है। ग्रामीण आक्रोश में हैं। ग्रामीण स्थान के सभी स्टाफ को हटाने की मांग कर रहे थे। पहले पुलिस ने इस बात को स्वीकार किया था कि रात में ही अपहृत बच्चे के परिवार को जो कॉल आयी थी वह बच्चे के दोस्त की थी और दोस्त को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि कल शाम को फत्तनपुर स्थित घर से किसी से मिलने के लिए निकला और काफ़ी देर तक घर नहीं आया। रात में क़रीब 9:30 बजे उसकी माता संगीता यादव की मोबाइल पर एक अनजान नम्बर से फोन आया और जब फ़ोन उठाया तो फ़ोन पर उसका ही बेटा सचिन था। उसने बताया की दो लोगो ने उसका अपहरण कर लिया है और 10 लाख रुपये की फिरौती मांग रहे हैं और न देने पर उसको जान से मारकर फेंक देंगे। जान मारने की धमकी सुनकर परिवार में हड़कम्प मच गया। अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के अनुसार मामले में लड़के के दोस्त रवि के मोबाइल से कॉल आया था और रवि को पकड़ कर पूछताछ की जा रही है। मुकदमा दर्ज हो गया है। घटना की सूचना के बाद रात में ही डायल 100, सीओ फ़ूलपुर रविशंकर प्रसाद, एसओ पवई संजयकुमार आदि लोग फत्तनपुर गांव में पहुच गए और पूछ ताछ के बाद सचिन की माँ का फ़ोन थाने लेकर चले गए। बताया जा रहा है कि सचिन के पिता सन्तोष अभी कुछ दिन पहले मुम्बई में अपनी जमीन 50 लाख रुपये में बेचकर घर आया था। वही सचिन के रिश्तेदारो का कहना है की कल शाम को गाँव का कोई युवक सचिन के साथ उसके घर स्थित किराने की दुकान पर काफ़ी देर से बात चीत कर रहा था।
रिपोर्ट:-राकेश वर्मा आजमगढ़