आजमगढ़- विकास प्राधिकरण द्वारा मकानों पर मनमाने ढ़ग से अतिक्रमण बताकर लाल निशान लगाकर लोगों को परेशान करने का आरोप लगाते हुए भारद ने गुरूवार को एडीए सचिव का घेराव करके मांग पत्र सौंपा।
भारद के प्रदेश उपाध्यक्ष हरिकेश विक्रम श्रीवास्तव ने कहा कि वर्ष 2018 में तमसा नदी में गिरते नाले, गन्दगी व कूड़ा आदि के सम्बन्ध में सचिव, रीवर मानिटरिंग कमेटी, पूर्वी उप्र के समक्ष प्रार्थना-पत्र दिया गया था। जिस पर कमेटी के चेयरमैन देवी प्रसाद सिंह ने नेतृत्व में जांच टीम मौके पर पहुंची थी। विकास प्राधिकरण को नदी में बन रहे अवैध निर्माण के विरूद्ध अधिकारियों को अतिक्रमण के खिलाफ कार्यवाही करने का आदेश दिया था। इस कार्यवाही में गलत ढंग से मनमाने रूप में बिना स्थायी निशान के नापी करके जो घर मकान पचासों वर्ष पूर्व निर्मित व नदी से काफी दूरी पर है, यही नहीं बांध के इस पार शहर के अन्दर वाले मकानों को भी अतिक्रमण में बताकर लाल निशान लगाकर रिपोर्ट तैयार कर ली गई। इसमें प्राचीन काल से बने घाटों, मंदिरों, मस्जिदों व राजा के किला को अतिक्रमण में शामिल कर लिया गया है।
ज्ञापन में संगठन ने मांग किया है कि जो निर्माण पुराने व नदी क्षेत्र के बाहर है,उनके मालिकों को परेशान व तंग न किया जाये, ताकि सही व उचित कार्यवाही हो सके ।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष उमेश सिंह गुड्डू, मुहम्मद अफजल,मनीष कृष्ण साहिल, निशीत रंजन तिवारी, धर्मवीर शर्मा,प्रदीप चैहान विजय गौतम,आरपी श्रीवास्तव,प्रवीण कुमार गोंड,शाहिद आजमी,सुनील वर्मा,रविप्रकाश अश्वनी, रविकेश कुमार,राजकिशोर, सिंह,राजन अस्थाना,डा धीर जी,विपुल,अजीत विश्वकर्मा,सूरज विश्वकर्मा, आदि शामिल रहे।
रिपोर्टर:-राकेश वर्मा आजमगढ़