बरेली। मंडल बरेली समेत दिल्ली और नैनीताल मे वाहन चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले अंंतरराज्यीय वाहन चोर गैंग के तीन शातिर चोरों को भुता पुलिस ने दबोच लिया है। चोरी को छिपाने के लिए चुराए गए वाहनों को यह तुरंत रेलवे या बस अड्डों के स्टेंड पर खड़ा कर दिया करते थे। मामला शांत होने के बाद उन्हें वहां से हटाकर या तो कटवा देते या फिर बेच देते थे। जिसमे उन्होंने अपनी चोरियां कबूल भी की है। आपको बता दें कि थाना भुता पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय वाहन चोरों को पकड़ा है। थाना प्रभारी अश्वनी कुमार ने बताया कि तीनों चोरों ने एक कबाड़ी से वाहन काटने के लिए संपर्क किया था। कबाड़ी वाहन काटने के लिए तैयार नही हुए। पुलिस के मुखबिर ने गैंग के युवकों के बारे में जानकारी जुटायी। इस दौरान उन्होंने भुता क्षेत्र के गांव गूंगा निवासी सुनील कुमार पुत्र तिलकराम को बिना नंबर की बाइक के साथ दबोच लिया। थाने लाकर पूछताछ की तो पहले वह पुलिस को बरगलाता रहा। हालांकि बाद में सख्ती करने पर टूट गया। उसने बताया कि वह अपने तीन साथियों के साथ मिलकर वाहन चोरी की वारदात को अंजाम देता है। उसके दोनों साथी उसी के गांव के बचपन के दोस्त है। जिसके बाद पुलिस ने दबिश देकर उसके साथी मुकेश पुत्र बाबूराम, श्रीपाल को दबोच लिया। उनकी निशानदेही पर गांव के पास के जंगलों में झाड़ियों के बीच छुपाकर रखी गई सात बाइक और बरामद की। पकड़े गए चोर बेहद शातिर निकले। उन्होंने दर्जनों वाहन चोरी की घटनाएं कबूल की है। वह रेकी के बाद वाहन चोरी को अंजाम देते थे। वाहन चोरी के कुछ मिनट बाद ही वह रेलवे स्टेशन या बस अड्डे के वाहन स्टैंड पर चोरी की बाइक पार्क कर देते थे। जब मामला ठंडा पड़ जाता था तो उसके बाद चोरी की बाइक ठिकाने लगाते थे। पुलिस ने उनसे चोरी की 8 बाइक बरामद की है। सभी के नंबर प्लेट आरोपितों ने गायब कर दिए। चेंचिस नंबर के आधार पर पुलिस अब वाहन स्वामियों का पता करने में लगी है।।
बरेली से कपिल यादव