चंदौली: बीते कुछ दिनों से तेंदुए के खौफ के कारण गांव के लोग घर से बाहर निकलने से डर रहे थे। वहीं 8 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू करके तेंदुए को पकड़ लिया गया इस तेंदुए को पकड़ने के दौरान दो दर्जन वनकर्मियों ने जाल के सहारे तेंदुए को कब्जे में लिया और फंदे से छुड़ाया। ये रेस्क्यू दुधवा टाइगर रिजर्व से आये विशेषज्ञ डॉक्टरों के देखरेख में पूरा हुआ। रेस्क्यू के दौरान तेंदुए ने कई बार वनकर्मियों पर हमला किया था, लेकिन किसी भी वनकर्मी को कोई चोट नहीं आयी। वहीं वन विभाग तेंदुए के फंदे में फंसने के मामले की जांच करेगा और इस मामले में जो भी लोग दोषी पाए जायेंगे उनके खिलाफ वन्य जीव अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराएगा।
दरअसल 31 दिसंबर से नक्सल प्रभावित नौगढ़ तहसील अंतर्गत धौठवाँ गांव के इर्द-गिर्द दहशत का पर्याय बन चुके तेंदुए को कड़ी मशक्कत के बाद पिंजरे में कैद कर लिया गया। पीलीभीत के दुधवा टाइगर रिजर्व से मौके पर पहुंचे 3 विशेषज्ञों की टीम के नेतृत्व में वनकर्मियों ने तेंदुए को फंदे से निकाल कर पिंजरे में कैद किया। दोपहर में तेंदुए को फंदे से निकालने का रेस्क्यू अभियान शुरू किया। इस काम में तीन रेंज के वन कर्मियों को लगाया गया। मौके पर खुद डीएफओ चंदौली मौजूद रहे। इस दौरान तेंदुए को देखने के लिए मौके पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण इकट्ठे हो गए थे । जिनको नियंत्रित करने के लिए नौगढ़ थाने की पुलिस व वनकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी
रिपोर्ट… रंधा सिंह चंदौली