बरेली। वाहनों के प्रदूषण जांच में मनमानी फीस वसूलने पर जेबी मोटर्स का प्रदूषण जांच लाइसेंस निरस्त कर दिया गया। आरोप है कि निर्धारित फीस 65 रुपये की जगह 120 वसूला जा रहा था। जांच के बाद उप परिवहन आयुक्त राधेश्याम ने दो माह के लिए लाइसेंस निलंबित कर दिया। कार्रवाई के बाद अन्य एजेंसियों में खलबली मची है। पीलीभीत बाइपास स्थित महानगर कालोनी में रहने वाले एडवोकेट यशेंद्र सिंह पांच मार्च को अपनी स्कूटी का प्रदूषण जांच कराने बड़ा डाकखाना के पास जेबी मोटर्स पर गए थे। जहां जांच के नाम पर उनसे 120 रुपये वसूला गया जिसका उन्होंने आनलाइन भुगतान किया था, जबकि जो रसीद दी गई उस पर 65 रुपये फीस लिखा था। फीस का पता न चल पाए इसलिए उसके ऊपर ही मुहर और हस्ताक्षर किए हुए थे। इस पर उन्होंने मामले की शिकायत डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर संजय सिंह से की तो उन्होंने जांच के आदेश दिए। जांच में गड़बड़ी मिलने के बाद डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर संजय सिंह ने जेबी मोटर्स का प्रदूषण जांच का लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति कर दी। इस पर उप परिवहन आयुक्त राधेश्याम ने सोमवार को जेबी मोटर्स का प्रदूषण जांच लाइसेंस दो महीने के लिए निलंबित कर दिया। प्रकरण की शिकायत करने वाले शिकायतकर्ता एडवोकेट यशेन्द्र सिंह ने बताया कि यह गंभीर मामला है और इसी प्रकार से आम जनता से वसूली की जा रही होगी। प्रकरण में पुलिस में भी शिकायत करेंगे। कहा कि आमजन के साथ इस तरह की खिलवाड़ करने वाले लोगों के खिलाफ हर किसी को आवाज उठानी चाहिए।।
बरेली से कपिल यादव