बरेली। पांच हजार रिश्वत लेते एंटी करप्शन टीम ने चकबंदी विभाग के मानचित्रकार राजीव मित्तल को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई उनके सदर तहसील स्थित कार्यालय पर ही की गई। आरोपित राजीव ने नक्शा दुरुस्तीकरण के नाम पर रिश्वत मांगी थी। कोतवाली में राजीव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। जनपद के थाना कैंट के भरतौल गांव निवासी जितेंद्र बाबू ने एंटी करप्शन टीम को बताया कि उन्होंने अपने खेत गाटा संख्या 432 का नक्श दुरुस्तीकरण (तूताबंदी) के लिए सदर तहसील में चकबंदी विभाग के ड्राफ्टमैन राजीव मित्तल से संपर्क किया। आरोप है कि उन्होंने तूताबंदी करने के एवज में पांच हजार रुपये रिश्वत की मांग की। जब जितेंद्र ने रिश्वत देने से इनकार किया तो राजीव ने काम करने से भी मना कर दिया। इसकी शिकायत उन्होंने एंटी करप्शन टीम से की। टीम ने प्रारंभिक जांच कराई तो जितेंद्र के आरोप सही पाए गए। इसके बाद ट्रैप सेट किया गया। जितेंद्र से बात कराकर सोमवार को रिश्वत देने की बात कराई गई। सोमवार की सुबह करीब 11:30 बजे एंटी करप्शन टीम के साथ ही जितेंद्र भी सदर तहसील पहुंचे। वहां पर उन्होंने राजीव को मांगी गई रिश्वत के पांच हजार रुपये दिए। उस दौरान टीम तहसील परिसर में ड्राफ्टमैन के कार्यालय के आस-पास ही घूम रही थी। जितेंद्र का इशारा मिलते ही टीम ने आरोपित राजीव मित्तल को रंगे हाथ पकड़ लिया। टीम जब उन्हें अपने साथ लेकर जा रही थी तो भीड़ एकत्र हो गई। कोई समझ पाता कि क्या हुआ इससे पहले ही एंटी करप्शन टीम आरोपित को लेकर कोतवाली पहुंची और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।।
बरेली से कपिल यादव