आजमगढ़ – मुबारकपुर थाना क्षेत्र के अंवाव में चार दिन पूर्व हुई युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने उसके ही दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के कब्जे से चाकू व बाइक भी बरामद कर ली गयी है। अपर पुलिस अधीक्षक नगर कमलेश बहादुर ने बताया कि आरोपी ने महज इसलिए अपने दोस्त की धारदार चाकू से हत्या कर दी क्योंकि आरोपी गाँव में ही अपनी प्रेमिका का उसके ससुराल से रिश्ता ख़त्म कर अपने सम्बन्ध बनाए रखना चाहता था। दोस्त की हत्या में प्रेमिका को फंसाने की साजिश थी जिससे प्रेमिका आरोपी बन जाती और उसके ससुराल वाले खुदबखुद रिश्ता तोड़ देते। ख़ास बात थी कि आरोपी की अपने मृतक दोस्त से कोई दुश्मनी नहीं थी हालांकि आरोपी की कथित प्रेमिका ने एक बार किसी बात पर सार्वजनिक रूप से मृतक को थप्पड़ मारा था। मुबारकपुर थाना क्षेत्र के अंवाव निवासी अरुण सिंह व मनीष सिंह उर्फ़ गोलू कई वर्षों से आपस में मित्र थे और दोनों वाराणसी में काम करते थे। अरुण ने गाँव की जमीन बेच कर वाराणसी में मकान बनवा लिया था। हालांकि वह अपने गाँव चाचा के यहाँ आया जाया करता था। दोनों दोस्त साथ मिल कर शराब भी खूब पी लेते थे। 19 सितम्बर को दोनों वाराणसी से गाँव आने के लिए चले थे। आजमगढ़ शहर में कचहरी के पास मनीष ने तेज़ धार का चाकू भी खरीदा। इस दौरान अरुण भी साथ था लेकिन उसे तनिक भी भान नहीं हुआ कि यह चाकू उसी को मारने के लिए खरीदा गया था। दोनों आजमगढ़ से सठियांव बाज़ार आये। यहाँ तीसरा दोस्त देवरिया खालसा गाँव का अखिलेश यादव भी मिल गया। तीनों दोस्तों ने जमकर शराब पी। मनीष व अरुण ने शराब पीने के बाद अखिलेश की बाइक ले ली और गाँव जाकर सुबह लौटाने को कहा। अखिलेश का घर समीप होने के चलते वह पैदल ही चला गया। बाइक से गाँव आने के दौरान देर रात में ही मनीष ने मंदिर के पास ही अरुण की बेरहमी से ह्त्या कर दी और चाकू को झाड़ी में छिपा कर बाइक से फरार हो गया। मनीष का गाँव की एक लड़की से प्रेम सम्बन्ध था। लड़की की शादी होने के बाद मनीष उससे सम्बन्ध कायम रखने को किसी कीमत पर आतुर था। एक माह पूर्व किसी बात को लेकर लड़की ने अरुण को सार्वजानिक रूप से थप्पड़ मारा था। अरुण को इसी को लेकर मलाल था और बदला लेने की बात मनीष से करता था। वहीं मनीष के मन में आया कि अरुण को ख़त्म कर लड़की को फंसा दिया जाए।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़