*खेलों से बढ़ता है अनुशासन और मनोबल – मनोहर लाल
*दूसरी बार कर रहा है हयिाणा इसकी मेजबानी पहले हुई थी 2009 में
चण्डीगढ- मुख्यमंत्री हरियाणा की घोषणा के साथ ही पुलिस परिसर भौंडसी में आयोजित हो रही अखिल भारतीय पुलिस घुड़सवारी प्रतियोगिताा एवं घुड़सवार पुलिस ड्यूटी मीट का विधिवत शुभारम्भ हो गया। वे आयोजन के शुभारम्भ अवसर पर मुख्य अतिथि रहे। इस प्रतियोगिता में विभिन्न राज्यों, अर्धसैनिक बलों की 16 टीमों के 623 घुड़सवार अपने 279 घोड़े 31 प्रकार की स्पर्धाओं मे भाग ले रहे हैं। प्रतियोगिता 14 फरवरी को संपन्न होगी।
मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा कि खेलों से हमारा अनुशासन मनोबल, टीम भावना और शारीरिक बल सब बढ़ते हैं। एक अच्छा सिपाही अच्छा खिलाड़ी होता है लेकिन सभी अच्छे खिलाड़ी बने इसके लिए हरियाणा सरकार ने खेल एवं फिटनेस नीति 2015 बनाई है। जिसमें ओलम्पिक में स्वर्ण पदक विजेता के लिए 4 करोड़ की राशि ईनाम में दी जाती है। यहां तक की प्रतिभागी को भी 15 लाख रुपये दिए जाते हैंं। खेलों को बढ़ावा देने के लिए खिलाडिय़ों के लिए नर्सरी स्तर से ही ध्यान देना आरम्भ किया गया है।
उन्होंने घुड़सवारों का स्वागत करते हुए कहा कि हरियाणा में आयोजन के लिए सुंदर व्यवस्थाएं बनाई गई हैं उन्हें आशा व्यक्त की कि प्रतिभागी हरियाणा से अच्छी यादें लेकर जाएंगे। उन्होंंने कहा कि घुड़सवार अनेक जोखिमपूर्ण स्थितियों में कार्य करते हैं जो उनके कर्तव्य के प्रति समर्पण को दर्शाता है। घोड़ा मनुष्य का वफदार साथी भी है और सारथी भी। यह वहां भी ले जाता है जहां आप जाना चाहते हैं और वहां भी मार्गदर्शन करता है जहां आप रास्ते में समस्या अनुभव करते हैं। उन्होंने कहा कि घोड़ा अपने वफादारी के गुण के साथ निरंतर तैयारी की अवस्था में रहने का भी संदेश देता है। घोड़ा कभी बैठता नहीं है। उन्होंने प्रतिभागियों का आह्वान करते हुए कहा जिस प्रकार घोड़ा कभी बैठता नहीं निरंतर तैयार रहता है उसी प्रकार आप भी निरंतर जनसेवा के कार्य में लगें रहें। उन्होंने कहा कि घोड़े ने इतिहास में भी अपने कार्यो से जगह बनाई है। रामायण काल में अश्वमेघ यज्ञ और महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक के बारे में हम बचपन से ही सुनते और रोमांचित होते आए हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा खेलों का हब है। हरियाणा सरकार ने खेल नीति के साथ खेल परिषद का भी गठन किया है। खेलों में आगे बढऩे के लिए हम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करने वाले खिलाडिय़ों के अनुभव का भी लाभ ले रहे हैं। उन्होंने प्रतियोगिता में अच्छे प्रदर्शन के लिए सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी तथा आयोजन के लिए डीजीपी मनोज यादव, आयोजन समिती सविच डा. हनीफ कुरैशी व टीम को बधाई दी।
हरियाणा के पुलिस महानिदेशक मनोज कुमार यादव ने मुख्य अतिथि, निर्णायक मंडल और भाग ले रही टीमों का स्वागत करते हुए कहा कि इस प्रतियोगिता में मेजबान हरियाणा पुलिस, बिहार, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, तामिलनाडू, उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल, चंडीगढ़ पुलिस, सीमा सुरक्षा बल, आसाम राइफल, भारत तिब्बत बार्डर पुलिस, सशस्त्र सुरक्षा बल और सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी की घुड़सवारी टीमें भाग ले रही हैं। अखिल भारतीय पुलिस घुड़सवारी प्रतियोगिता के तहत घुड़सवारी और घोड़े को प्रशिक्षित करने की एक प्रकार की कला जिसके तहत घोड़े में आज्ञाकारिता, लचीलापन और संतुलन विकसित किया जाता है(ड्रेसाज), वन डे इवेंट, जम्पिंग इवेंट, टेंट के खूंटे उखाडऩे व क्रॉस कंटरी की स्पर्धाएं होंगी। इसी आयोजन में घुड़सवार पुलिस ड्यूटी मीट के अंतर्गत पुलिस अश्व परीक्षा, क्वाड्रिल कंपीटीशन,मेडली रिले, फेरियर के लिए प्रतियोगिता और घोड़ों की देखभाल करने वालों की स्पर्धाएंं होंगी। उन्होंने मुख्य अतिथि को आयोजन समिती की ओर से स्मृति चिन्ह भी भेंट किया।
प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह में सभी प्रतिभागी टीमों ने अपने घोड़ों के साथ मार्च-पास्ट किया और मुख्य अतिथि का अभिवादन करते हुए मंच के सामने से गुजरे। मुख्य अतिथि ने भी इन टीमों का अभिवादन स्वीकार किया। मार्च पास्ट की अगुवाई गत प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ सवार रहे सीमा सुरक्षा बल के निरीक्षक सुमेर सिंह ने की उन्होंने प्रतिभागियों को प्रतियोगिता में खेल भावना से भाग लेने की शपथ भी दिलाई।
आयोजन सचिव एवं इंडियन रिर्जव बटालियन के महानिरीक्षक डा. हनीफ कुरैशी ने मुख्य अतिथि को प्रतियोगिता को आरम्भ करने का निवेदन किया जिस पर मुख्य अतिथि ने प्रतियोगिता के आरम्भ होने की घोषणा की। डा. कुरैशी ने हरियाणा पुलिस और आयोजन समिति की ओर से मुख्य अतिथि एवं पुलिस महानिदेशक, अखिल भारतीय पुलिस खेल नियंत्रण बोर्ड, प्रतिभागी टीमों के राज्य, बल के महानिदेशकों तथा निर्णायक मंडल का आभार व्यक्त किया।
कोलकाता पुलिस के पूर्व महानिदेशक एस रामाक़ृष्णनन् प्रतियोगिता के निदेशक एवं तकनीकी प्रतिनिधि के रूप में कार्य देखेंगे उनके साथ निर्णायक मंडल (ज्यूरी) के 16 सदस्य प्रतियोगिता को निष्पक्ष और सुचारू संचालन के लिए उनकी सहायता करेंगे।
इस असवर पर गुरूग्राम की मेयर श्रीमती मधु आजाद, गुरूगा्रम बीजेपी जिला अध्यक्ष भूपेंद्र चौहान, हरियाणा के पूर्व डीजीप रंजीव दलाल, पूर्व पुलिस अधिकारी बीके सिन्हा, अनंत कुमार ढुल, जगदीश नागर, गुरूग्राम के पुलिय आयुक्त मोहम्मद अकिल, राज्य स्तर्कता ब्यूरो के एडीजी आरसी मिश्रा, राज्य अपराध शाखा के एडीजीपी देसराज सिंह, सीआइडी हरियाणा प्रमुख अनिल कुमार राव, फरीदाबाद पुलिस आयुक्त केके राव, एसटीएफ के उप महानिरीक्षक बी सतीश बालान, आयोजन के प्रदर्शन सचिव एवं आरटीसी भौडसी के उप महानिरीक्षक कुलविंद्र सिंह, पुलिस अधीक्षक ओपी नरवाल सहित अर्धसैनिक बलों के उच्च अधिकारी, हरियाणा घुड़सवारी खेल संघ के महासचिव कर्नल आरएस आहलुवालिया व गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।