बरेली। सरकार का बुजुर्ग मरीजों को समय पर इलाज व अन्य सुविधाएं प्राथमिकता से देने का आदेश है लेकिन तीन सौ बेड अस्पताल मे इस आदेश की धज्जियां उड़ाई जा रही है। गुरुवार को यहां 70 साल के बुजुर्ग को जब गेट पर स्ट्रेचर और व्हील चेयर नही मिली तो उनके बेटे को मजबूरन उन्हें सीटी स्कैन यूनिट मे जांच कराने के लिए साइकिल पर बैठाकर लाना पड़ा। ये नजारा अधिकारी और कर्मचारियों ने देखा, लेकिन किसी ने मदद के लिए हाथ नही बढ़ाया। शहर के बाकरगंज निवासी 70 वर्षीय अब्दुल सईद को गले मे दर्द की समस्या थी। डॉक्टर ने उन्हें गले की सीटी स्कैन जांच कराने की सलाह दी थी। वह दोपहर करीब डेढ़ बजे बेटे के साथ साइकिल से यहां पहुंचे लेकिन यहां उनके बेटे ने स्टाफ से कई बार स्ट्रेचर और व्हीलचेयर संबंधी जानकारी ली लेकिन किसी ने उपलब्ध नही कराई, जबकि ओपीडी परिसर मे कमरा नंबर एक मे स्ट्रेचरों को ताले में बंद कर दिया गया। तीन सौ बेड अस्पताल के प्रभारी सीएमएस डॉ इंतजार हुसैन ने बताया कि गंभीर और बुजुर्ग मरीजों को ओपीडी के आरंभ होने के समय से ही व्हीलचेयर और स्ट्रेचर दिए जा रहे है। आज भी कई मरीजों को उपलब्ध कराई गई है। हो सकता है बुजुर्ग के परिजनों ने स्टाफ से संपर्क ही न किया हो।।
बरेली से कपिल यादव