बरेली। कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा भले ही बढ़ता जा रहा हो, लोग दहशत में हैं, स्वास्थ्य विभाग का ढुलमुल रवैया बना हुआ है। कोविड-19 के 6 मरीज पॉजिटिव मिलने के बाद भी अब तक 300 बेड अस्पताल में वार्ड नहीं बन सका। दूसरे शहर से आने वालों की संख्या अचानक बढ़ी तो आनन फानन मंगलवार को 300 बेड अस्पताल में जांच शुरू हो गई। मंगलवार की सुबह यहां मरीजों की लंबी लाइन लगी थी। व्यवस्था सही नहीं होने से भड़के लोगों ने हंगामा कर दिया। खबर मिलते ही अधिकारियों के होश उड़ गए। तत्काल वहां टीम भेजी गई और तब जाकर जांच शुरू हो सकी। लॉकडाउन के बाद लगातार दूसरे शहर, राज्यों से लोग अपने गांव-घर वापस आ रहे हैं। सभी लोग अपनी जांच कराना चाहते हैं। बीते सोमवार को जिला अस्पताल में करीब 700 लोग बुखार की जांच कराने पहुंचे थे। इसके बाद मंगलवार को मरीजों की भारी संख्या को देखते हुए 300 बेड अस्पताल में बुखार की ओपीडी शुरू की गयी। सुबह वहां मरीजों की लंबी कतार लग गई लेकिन इलाज का काम शुरू नहीं हो पाया था। दूर से आए भूखे-प्यासे लोग भड़क गए और हंगामा कर दिया। आरोप लगाया कि वहां काफी देर से खड़े हैं लेकिन अब तक इलाज शुरू नहीं किया गया। हंगामा होने की सूचना मिली तो आननफानन अफसरों के निर्देश पर टीम पहुंची और तत्काल ओपीडी शुरू की गई। 300 बेड अस्पताल में सुबह से लेकर दोपहर 2 बजे तक करीब 400 लोगों की जांच हुई। डाक्टरों ने बाहर से आए सभी लोगों को 14 दिन तक होम क्वारेंटाइन करने को कहा। साथ ही निर्देश दिया कि इस दौरान अगर बुखार या सांस लेने में तकलीफ तो तत्काल डाक्टर से संपर्क करें। इसके साथ ही जिला अस्पताल में भी बुखार की तीन जगह ओपीडी हुई। यहां अधिकांश मरीज स्थानीय निवासी थे जो दूसरे शहर में काम करते हैं।।
– बरेली से कपिल यादव