बरेली। अधिकारियों की लापरवाही की वजह से नदोसी उपकेंद्र ट्रांसफार्मर खराब होने से 30 गांवों के एक लाख से अधिक लोगों को 15 घंटे से अधिक समय तक बिजली संकट झेलना पड़ा। अधिकारियों ने वैकल्पिक व्यवस्था करने के बजाय अगले दिन बिजली आने का मेसेज भेजकर इतिश्री कर ली। मंगलवार शाम को बाधित हुई सप्लाई बुधवार दोपहर में बहाल हुई, लेकिन कुछ देर बाद फिर बिजली गुल हो गई। इसके बाद रोस्टर से सप्लाई की गई। ऐसे में लाखों लोगों को बिना बिजली के रहना पड़ा। जानकारी के लिए उपकेंद्र में फोन मिलाने पर फोन भी नहीं उठा। बल्कि अधिकारियों ने व्यवस्था दुरुस्त करने की जगह अगले दिन बिजली आने का संदेश भेजा। मंगलवार शाम से गुल हुई बिजली बुधवार दोपहर को सही हो सकी। इतना ही नहीं बिजली दुरुस्त होने के कुछ देर बाद दोबारा गुल हो गई। हालांकि बाद में रोस्टर के मुताबिक आपूर्ति शुरू हुई। नदोसी उपकेंद्र के तिलियापुर फीडर पर मंगलवार सुबह तार टूटने से बिजली सप्लाई बाधित हो गई थी। शाम तक तार को किसी तरह से ठीक किया, लेकिन उसके बाद उपकेंद्र पर लगे पांच एमबीए के ट्रांसफार्मर में खराबी आने से 30 से अधिक गांवों में बिजली गुल हो गई। यहां वैकल्पिक व्यवस्था को रफियाबाद फीडर या बीएच की लाइन से 30 गांवों में रोस्टिंग कर आपूर्ति की जा सकती थी, लेकिन जिम्मेदारों ने सुध नहीं ली। इसकी वजह से एक लाख से अधिक लोग मंगलवार शाम पांच बजे तक बुधवार दोपहर 12 बजे तक बिजली गुल होने से परेशान रहे। दोपहर बाद बिजली आई लेकिन कुछ देर बाद फिर गायब हो गई। अधिशासी अभियंता प्रथम मनोज कुमार ने बताया कि ट्रांसफार्मर में खराबी की वजह से रोस्टर के हिसाब से बिजली सप्लाई की जा रही है।।
बरेली से कपिल यादव