बाड़मेर/राजस्थान- बालेसर के पास स्थित श्री सैणल धाम जुढिया में थळवट क्षेत्र का सबसे बङा धार्मिक मेला श्री सैणी जयंती महोत्सव चैत्र शुक्ल सप्तमी अष्टमी 28-29 मार्च 2023 को आयोजित होगा l
श्री सैणलाराय सेवा संस्थान जुडिया ट्रस्ट के नारायण सिंह तोलेसर और मीडिया प्रभारी भागीरथदान चारण जुडिया ने बताया कि आज ट्रस्ट अध्यक्ष हिंगलाज दान भाटेलाई के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल श्री कैलाश करणी धाम जालमनगर सगत सूवा बाईसा से मेले की अनुमति लेने पहुंचा । जिसमें पूर्व अध्यक्ष तेजदान चांचलवा, लक्ष्मणदान नेरवा ,खिमदान ढांढणिया,जैतदान चांचलवा ,नारायण सिंह तोलेसर,खींवदान जालमनगर,
जेठुदान, शक्तिदान,भागीरथसिंह, सवाईदान, कुलदीप सिंह किनिया,
भंवरदान आदि शामिल थे।अन्नदाता सगत सूवा बाईसा ने मेले के पोस्टर का विमोचन करते हुए आयोजन की सफलता का आशीर्वाद दिया।
गौरतलब है कि प्रतिवर्ष चैत्री नवरात्रों में आयोजित इस दो दिवसीय देवीय मेले में दूर दूर से हजारों श्रद्धालू यहां सैणी माता की दिव्य शोभायात्रा के दर्शन करने आते हैं।मेले के पहले दिन रातभर भक्तिसंध्या में नामचीन गायक परम्परागत चिरजाएं गातें हैं ।
ज्ञातव्य है कि विक्रमी संवत् 1360 में सैणीजी हिमालय देहविसर्जन के लिए जाते समय मात्र आठ प्रहर जुडिया में रुके थे । जुडिया में मंदिर के पीछे स्थित राजगढ धोरे पर जहां माताजी का रथ रुका था,वह स्थान अब सोनथळी ( स्वर्ण स्थली) के नाम से विख्यात है। चैत्र शुक्ल अष्टमी को शोभायात्रा मुख्य मंदिर से रवाना होकर इसी सोनथळी तक आती है ,जहां नाहटा जाति की महाजन कन्या अपने घर से लाए गुङ से बनी प्रसादी का भोग मां सैणी को चढाती है ।
अध्यक्ष हिंगलाज दान भाटेलाई ने बताया कि मेले में आने वाले भक्तों के ठहरने ,भोजन व स्नानादि की सम्पूर्ण व्यवस्था ट्रस्ट द्वारा निशुल्क की जाती है । इस बार सैणी जयंती महोत्सव में भक्ति संध्या सैणी सूवा शक्तिसुत नवयुवक मंडल जुडिया द्वारा प्रायोजित होगी ,जिसमें प्रख्यात चिरजा गायक विशाल कविया और अन्य समाज के चिरजा गायक अपनी प्रस्तुतियां देंगे ।
– राजस्थान से राजूचारण