बरेली। जनपद में गृहकर बिलों में गड़बड़ी का मुद्दा एक बार नही कई बार उठ चुका है। नगर निगम में टैक्स विभाग का आधुनिक कार्यालय खोल दिया। कंप्यूटर ऑपरेटर भी आउटसोर्सिंग पर रख लिए लेकिन वसूली प्रतिशत नही बढ़ा। नगर निगम सदन में ये भी मामला उठा है कि टैक्स विभाग के 2600 करोड़ रुपये के बकायेदार है। विभाग ने अब बड़े बकायेदारों पर एक्शन शुरू कर दिया है। 200 से ज्यादा ऐसे भवन हैं जिन्हें कुर्की के नोटिस जारी किए गए है। जिसमे हाउस, वाटर और सीवर टैक्स की वसूली में विभाग लगातार पीछे चल रहा है। यही वजह है कि विभागीय अधिकारियों से लेकर कर अधीक्षक, राजस्व निरीक्षक और टीसी आदि का वेतन रोकने की कार्रवाई हो चुकी है। शासन से लेकर प्रशासन और नगरायुक्त ने भी कई बार चेतावनी देकर अधिकारियों को टैक्स वसूली शत प्रतिशत करने की हिदायत दी है। शहर में चार जोन बनाए गए हैं। इनमें 1.95 लाख के करीब करदाता है। इनमें से 35 से 40 हजार कॉमर्शियल करदाता है। दर्जनों सरकारी विभाग है। बकायेदारों में ज्यादातर पर 15 से 20 लाख रुपये बकाया है। सरकारी विभागों से लेकर बड़े व्यावसायिक, आवासीय और मिश्रित भवन पर नगर निगम का करीब 2600 करोड़ रुपये का बकाया चल रहा है। मुख्य कर निर्धारण अधिकारी प्रदीप कुमार मिश्र का कहना है कि टैक्स विभाग की पूरी टीम को शत प्रतिशत रिकवरी करने के निर्देश दिए है। बड़े बकायेदारों पर नियमानुसार एक्शन लिया जा रहा है। चल अचल संपत्तियों की कुर्की के नोटिस भी जारी किए जा रहे है।।
बरेली से कपिल यादव