बरेली। 18 साल से फरार डकैती का आरोपी कमर अली ने मुंबई को ठिकाना बना रखा था। फरारी के दौरान उसने लखनऊ और दिल्ली मे भी शरण ले रखी थी। मंगलवार को बरेली पहुंचते ही एसटीएफ ने उसे धर लिया। आरोपित कमर अली रामपुर कोतवाली के मियांजान गप्पी गली का रहने वाला है। वही आरोपी के पास से एक तमंचा समेत तीन कारतूस बरामद हुए है। बता दें आरोपी पर लूट और हत्या समेत 28 मामले दर्ज हैं। ये मामले बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, संभल समेत कई और जिलों में दर्ज है। वहीं पुलिस गिरफ्त मे आए आरोपी ने बताया उसने 2004 के बाद से कोई अपराध नही किया है। बता दें आरोपी नाम बदलकर फकीरों के साथ छुपकर रह रहा था। एसटीएफ बरेली यूनिट प्रभारी अजय पाल सिंह ने बताया कि कमर अली की तलाश में टीम लंबे समय से जुटी हुई थी। इसी बीच आरोपित के डोहरा रोड शिव मंदिर के पास होने की जानकारी मिली। तय निशानदेही पर आरोपित को धर लिया गया। आरोपित ने जिले में साथियों संग मिलकर बारादरी, आंवला में डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। मामले में अन्य आरोपित जेल चले गए। कई ने सरेंडर कर दिया जबकि कमर अली भाग खड़ा हुआ। वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा। पूछताछ में उसने बताया कि फरारी के दौरान उसने दिल्ली, लखनऊ और मुंबई में समय बिताया। मंगलवार को किसी काम से बरेली पहुंचा था। आरोपित को एसटीएफ ने बारादरी पुलिस के सुपुर्द कर दिया। उसके पास से तमंचा कारतूस व 770 रुपये बरामद किए गए है। बारादरी पुलिस आरोपित को जेल भेजेगी। आईजी की पहल पर लंबे समय से फरार अपराधियों की तलाश शुरू हुई। इसी मे सबसे पहला नाम आया कमर अली का। आईजी रेंज रमित शर्मा ने उस पर 50 हजार का इनाम घोषित किया। एसटीएफ उसकी तलाश में जुट गई। इधर बाद में आरोपित के विरुद्ध एडीजी राजकुमार ने एक लाख का इनाम घोषित किया था।।
बरेली से कपिल यादव