आज़मगढ़ : राष्ट्रीय साहित्य कलाा संस्थान, आजमगढ़ के तत्वावधान में हो रहे 17वें रंगमहोत्सव अखिल भारतीय बहुभाषीय नाट्य एवं लोकनृत्य समारोह की द्वितीय संध्या का उद्घाटन राकेश यादव ऊर्फ ’गुड्डु’ (एम0एल0सी0) के करकमलों द्वारा दीप प्रज्जवलित कर व सरस्वती प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर किया। महोत्सव की दूसरी शाम प्रसिद्ध साहित्यकार स्व0 डा0 कुबेर मिश्र को समर्पित रही। दीप प्रज्जवलन के दौरान संरक्षक राजेन्द्र प्रसाद यादव, समाजसेवी अभिषेक जायसवाल ’दीनू’, संस्था अध्यक्ष राजेन्द्र अग्रवाल, कमल रूँगटाजी, अरविंद चित्रांश, प्रवीन सिंह व संस्थान अध्यिक्षा नीलिमा श्रीवास्तव, कार्यक्रम संयोजक विजय लक्ष्मी मिश्रा, अनिता साइलेस एवं डा0पूनम तिवारी, डा0सुमन तिवारी आदि उपस्थित रहे।
सर्वोदय पब्लिक स्कूल के प्रांगण में हो रहे महोत्सव के दूसरे दिन दोपहर में सर्वप्रथम पुस्तक मेला का उद्घाटन सर्वोदय पब्लिक स्कूल के प्रबंधक राजेन्द्र प्रसाद यादव (महोत्सव संरक्षक), सिद्धार्थ सिंह, संस्थान सचिव संतोष श्रीवास्तव, संस्थान सदस्य सुधीर श्रीवास्तव, राघवेन्द्र मिश्र, शरदगुप्ता, अवनीश प्रजापति, दिवाकर श्रीवास्तव आदि द्वारा किया गया। पुस्तक मेले में वाणी प्रकाशन, राजकमल प्रकाशन, उत्कर्ष प्रकाशन के अलावा अन्य प्रकाशनों ने अपने स्टाल लगाये हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारम्भ झारखण्ड से आये शारदा नाट्य मंच द्वारा गणेश वन्दना से हुआ। तत्पश्चात मऊ से आये रोशन कुमार ने कामेडी डान्स प्रस्तुत कर दर्शको को खूब हँसाया। इसके बाद आर0डी0आई0 4एस0 ग्रुप के कलाकारों ने लोगों का मनमोह लिया।साथ ही साथ नटराज डांस एकेडमी की प्रस्तुतियाँ सराहनीय रहीं। नाटकों के मंचन में बनारस से आये विश्वरूपम संस्थान द्वारा प्रश्नचिन्ह् नाटक का सफल मंचन हुआ, जिसका निर्देशन रविकांत मिश्र ने किया। वही शारदा नाट्य मंच झारखण्ड धनबाद ने अनिलकुमार सिंह निर्देशित नाटक ’कथा एक कंस की’ नाटक का सफल मंचन कर लोगों को हँसाते हुये कई सारे संदेश दे गया। कार्यक्रम का संचालन राघवेन्द्र मिश्रा ’लड्डू’ व शरदगुप्ता ने सम्मलित रूप से किया।कार्यक्रम को सफल बनाने में दिवाकर श्रीवास्तव, ड0डी0पी0 तिवारी, चन्द्रकांत, अल्पसंख्यक मोर्चा भाजपा मार्टीनगंज मण्डल अध्यक्ष नजर अब्बास आजमी, राज, अवनीस, डा0 पूनम तिवारी, मनोज अंगूरिया, संजय अग्रवाल, सत्यम शर्मा, पीयूष कुमार श्रीवास्तव, सुधीर श्रीवास्तव, अरून राय, ज्योति प्रकाश श्रीवास्तव आदि लोग लगे हुये है।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़