बरेली। जिले में रेड जोन की वजह से लॉक डाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए पुलिस तत्पर है लेकिन जिले में शनिवार को पुलिस का बेरहम चेहरा सामने आया है जिसमें 12 वर्षीय बच्चे को पीटने का आरोप है। पुलिस की बेरहमी से की गई पिटाई के बाद बच्चा दर्द से कराह रहा है इसको लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है। शनिवार को सिंधुनगर में एक बच्चा अपने पिता के फल के ठेले पर बैठा था आरोप है कि चीता मोबाइल पर आए दो पुलिस वालो ने बच्चे को डंडे से बेरहमी तरीके से पीर दिया मासूम की बेरहमी से पिटाई कर दी गई। जिससे मासूम दर्द से करा रहा है। पुलिस की पिटाई से बच्चे का रो रो कर बुरा हाल हैं बच्चे के हाथ में गंभीर चोटें आई हैं। मासूम को पुलिस द्वारा बेरहमी से पीटे जाने से स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है। 12 वर्षीय मासूम को पुलिस द्वारा बेरहमी से पिटाई पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने निंदा की है। उन्होंने मासूम की पिटाई का वीडियो अपने ट्वीट हैंडल से ट्वीट किया है और ट्विटर पर लिखा है कि इस आपात काल में बहुत सारे बच्चे अनाथ हो गए हैं और दर-दर भटकने पर मजबूर हैं। प्रदेश में भाजपा सरकार ऐसी परिस्थितयों में भी उन बच्चों को प्रताड़ित कर रही है जो आत्मनिर्भर बनकर दो वक्त की रोटी कमाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने आगे लिखा कि बच्चों का दर्द समझने वाला इस सत्ता में कोई नही है।
सोशल मीडिया पर पुलिस द्वारा बच्चे की पिटाई से हाथ में फैक्चर होना बताया है बच्चे का मेडिकल कराने पर फैक्चर नही है। सिंधु नगर लॉकडाउन उल्लंघन की बार-बार शिकायतें मिल रही थी। जिस पर पुलिस ने लॉकडाउन का पालन कराया है। एएसपी को जांच सौंपी है अगर कोई भी पुलिसकर्मी जांच में दोषी पाया जाता है तो कार्यवाही की जाएगी।
शैलेश कृष्ण पांडे, एसएसपी, बरेली
बरेली से कपिल यादव